GIS 2023: सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- वैश्विक उद्योग जगत के लिए शानदार मंच होगा यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट
योगी सरकार का फरवरी माह में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 पर पूरा फोकस है। GIS को सफल बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। ऐसे में आस्ट्रेलिया के निवेशकों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से भेंट कर जीआइएस-2023 में सहभागिता को लेकर उत्सुक दिखा।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Global Investors Summit 2023 उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों और औद्योगिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण से आस्ट्रेलिया खासा प्रभावित है। आस्ट्रेलिया की डिप्टी हाई कमिश्नर सारा स्टोरे के नेतृत्व में निवेशकों के एक शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार मुलाकात में इसका जिक्र किया और निवेश साझीदार बनने की इच्छा जताई। इस दौरान औद्योगिक दल ने यूपी में विविध सेक्टरों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की, साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में सहभागिता को लेकर उत्साह भी दिखाया।
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में विदेशी निवेशकों पर फोकस
मुख्यमंत्री ने भी वैश्विक उद्योग जगत के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को बेहतरीन मंच बताया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात को सुखद बताया और प्रदेश सरकार द्वारा औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों की चर्चा की। कहा, आज ही प्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल जर्मनी में औद्योगिक जगत के प्रतिनिधियों और निवेशकों के साथ निवेश संभावनाओं पर चर्चा कर रहा है, वहीं आस्ट्रेलिया के डिप्टी हाई कमिश्नर सारा स्टोरे के नेतृत्व में निवेशकों का समूह औद्योगिक माहौल का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने के लिए प्रदेश की राजधानी में है।
विभिन्न सब्जियों और फलों के उत्पादन में यूपी नंबर एक
- सीएम योगी ने बताया कि राज्य सरकार 10 से 12 फरवरी के बीच लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है।
- यह समिट वैश्विक औद्योगिक जगत को आर्थिक विकास में सहयोग करने के लिए एक इंटिग्रेटेड मंच प्रदान करने में उपयोगी सिद्ध होगा।
- आस्ट्रेलिया के उद्यमियों व निवेशकों का सहयोग इस समिट को नई ऊंचाई तक ले जाने में उपयोगी होगा।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश, भारत में सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश है।
- भारत में खाद्यान्न उत्पादन में हम प्रथम स्थान पर हैं। चीनी और एथेनाल का सर्वाधिक उत्पादन यहीं होता है। विभिन्न सब्जियों और फलों के उत्पादन में हम देश में पहले स्थान पर हैं।
यूपी भारत का सबसे बड़ा श्रम एवं उपभोक्ता बाजार
- आज उत्तर प्रदेश, देश की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में नई पहचान बना रहा है।
- हमारे राज्य में 25 करोड़ नागरिक निवास करते हैं, जो इसे भारत का सबसे बड़ा श्रम एवं उपभोक्ता बाजार बनाते हैं।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि आइटी, डेटा सेंटर, ईएसडीएम, डिफेंस एवं एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक वाहन, वेयरहाउसिंग एवं लाजिस्टिक्स, पर्यटन, टेक्सटाइल, एमएसएमई, आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए लगभग 25 नीतियों को तैयार करके औद्योगिक विकास के अनुकूल इको सिस्टम बनाने की दिशा में अनेक सुधारात्मक कदम उठाए हैं।
कड़ी मेहनत के लिए प्रोत्साहित करती हैं बड़ी चुनौतियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य है तो हमारे सामने चुनौतियां भी बहुत हैं लेकिन यह चुनौतियां हमें अपने लिए बड़े लक्ष्य तय करने और कड़ी मेहनत के लिए प्रोत्साहित करती है। तमाम चुनौतियों के बाद भी उत्तर प्रदेश आज पावर सरप्लस और रेवेन्यू सरप्लस स्टेट के रूप में अपने बड़े लक्ष्यों के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है। सरकार राज्य में अनेक औद्योगिक परियोजनाओं पर काम कर रही है। भारत को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य के साथ स्थापित हो रहे दो डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर में से एक उतर प्रदेश में विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा, यहां सर्विस और हास्पिटैलिटी सेक्टर में भी निवेश की असीम संभावनाएं हैं।