UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- अच्छे नंबरों के लिए विद्यार्थियों पर अतिरिक्त दबाव घातक
Education In UP मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कैप्टन मनोज कुमार पांडेय सैनिक स्कूल में परीक्षा पर चर्चा व मेधावी सम्मान समारोह में हिस्सा लिया। यहां सीएम योगी ने 1698 मेधावियों को टैबलेट व एक लाख तक नकद पुरस्कार दिया।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विद्यार्थियों पर अच्छे नंबर लाने के लिए अभिभावकों व स्कूल प्रबंधन द्वारा बनाए जाने वाले अतिरिक्त दबाव पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए विद्यार्थियों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना चाहिए, क्योंकि जिस विद्यार्थी में जितनी शारीरिक व बौद्धिक विकास की क्षमता होगी, वह उसका परिणाम दे देगा। अक्सर दबाव से उपजे तनाव के कारण विद्यार्थी परीक्षा के दौरान अपना सामान्य प्रदर्शन भी नहीं कर पाते।
छह वर्षों में यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया
शुक्रवार को राजधानी स्थित कैप्टन मनोज कुमार पांडेय सैनिक स्कूल में परीक्षा पर चर्चा व मेधावी सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न बोर्ड के 1,698 मेधावियों को टैबलेट, एक लाख रुपये तक की नकद धनराशि, प्रशस्ति पत्र व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिखी गई पुस्तक एग्जाम वारियर्स भी दी। वहीं विद्या समीक्षा केंद्र का भी शुभारंभ किया। योगी ने कहा कि बीते पौने छह वर्षों में यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है। 60 लाख नए बच्चों ने परिषदीय स्कूलों में प्रवेश लिया।
कायाकल्प अभियान संवारी जा रही स्कूलों की सूरत
पहले परिषदीय स्कूलों में नंगे पांव विद्यार्थी स्कूल आते थे अब वह पूरी यूनीफार्म में बस्ते के साथ स्कूल आ रहे हैं। स्कूलों की सूरत संवारने के लिए चलाए जा रहे कायाकल्प अभियान की उन्होंने प्रशंसा की। योगी ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी देखा। प्रदेश भर में सभी जिलों में इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दिखाया गया। सभी जिलों में विभिन्न बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की टाप टेन की सूची में शामिल मेधावियों को स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मानित किया गया।
सीएम योगी ने दी हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के बच्चों को शुभकामनाएं
प्रदेश स्तर के टापरों को एक लाख रुपये व जिला स्तर की टाप टेन सूची के मेधावियों को 21 हजार रुपये नकद पुरस्कार दिया गया। यहां विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई विज्ञान प्रदर्शनी का भी सीएम ने अवलोकन किया। कार्यक्रम में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट कक्षाओं के विद्यार्थियों को परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह व प्रमुख सचिव, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार भी मौजूद रहे।
जगदीश गांधी जैसे प्रबंधक हों तो अच्छे नंबर लाने का दबाव स्वाभाविक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में मुस्कुराते हुए कहा कि "जब स्कूल प्रबंधक जगदीश गांधी जैसे हों तो विद्यार्थियों पर अच्छे नंबर लाने का और दबाव पड़ना स्वाभाविक है"। फिर अच्छे नंबरों के लिए अवसाद में चले जाते हैं। तनाव में कभी भी पढ़ाई नहीं करनी चाहिए। योगी ने राजधानी के सिटी मांटेसरी स्कूल (सीएमएस) संस्थापक जगदीश गांधी पर यह तंज कसा।
विद्या समीक्षा केंद्र से होगी स्कूलों की निगरानी
योगी ने शुक्रवार राजधानी में स्थापित किए गए विद्या समीक्षा केंद्र का शुभारंभ किया। यह मध्याह्न भोजन प्राधिकरण में स्थापित किया गया है। इस 60 सीटर काल सेंटर में 18 स्क्रीन लगाई गई हैं। जिसके माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के प्रयोग से डैशबोर्ड प्रदर्शित किए जा रहे हैं। इसमें मध्याह्न भोजन माड्यूल, कायाकल्प माड्यूल, प्रेरणा गुणवत्ता माड्यूल, निरीक्षण माड्यूल, निपुण असेसमेंट माड्यूल व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय माड्यूल शामिल हैं। फिलहाल अब स्कूलों की निगरानी के साथ-साथ निपुण भारत का लक्ष्य भी पूरा होगा।
अगले साल तक पांच सैनिक स्कूलों का संचालन
योगी ने कहा कि लखनऊ का कैप्टन मनोज पांडेय सैनिक स्कूल देश का पहला सैनिक स्कूल है। वहीं प्रदेश में अमेठी, मैनपुरी व झांसी में भी सैनिक स्कूलों का संचालन हो रहा है। गोरखपुर का सैनिक स्कूल का संचालन भी जल्द शुरू करने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में अगले साल तक पांच सैनिक स्कूल प्रदेश में चलेंगे।
बालिका शिक्षा पर सरकार का खास फोकस
योगी ने कहा कि सरकार का खास फोकस बालिका शिक्षा पर है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में जिन 1,698 मेधावियों को सम्मानित किया जा रहा है, उनमें 573 लड़कियां हैं और 825 लड़के शामिल हैं। बेटियां काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। बालिकाओं को स्नातक तक की मुफ्त शिक्षा देने के साथ-साथ कन्या सुमंगला योजना के माध्यम से भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।