जेवर एयरपोर्ट निर्माण को लेकर CM योगी आदित्यनाथ बोले- साकार होगा PM नरेंद्र मोदी का सपना
सड़कों का संजाल मजबूत करने के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हवाई सेवाओं को भी बढ़ाने में जुटी है। चार वर्ष में चार हवाईअड्डों का विकास कराने वाली यूपी सरकार जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट सहित अन्य हवाई अड्डे बना रही है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। सड़कों का संजाल मजबूत करने के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हवाई सेवाओं को भी बढ़ाने में जुटी है। चार वर्ष में चार हवाईअड्डों का विकास कराने वाली यूपी सरकार जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट सहित अन्य हवाई अड्डे बना रही है। प्रदेश के नागरिक उड्डयन विभाग और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एनआइएएल) के बीच जमीन का लीज एग्रीमेंट होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह हवाई अड्डा बन जाने से आम आदमी को भी हवाई सेवाओं की उपलब्धता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना साकार होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर नागरिक उड्डयन विभाग और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन का लीज एग्रीमेंट हुआ। इस पर विशेष सचिव नागरिक उड्डयन विशाक जी., उपसचिव सत्यप्रकाश तिवारी और यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरुणवीर सिंह ने हस्ताक्षर किए। साथ ही ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल, यमुना इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच जेवर एयरपोर्ट के लिए शेयर होल्डर का अनुबंध हुआ, जिस पर ज्यूरिख एयरपोर्ट कंपनी के सीईओ क्रिसटोफ शेलमन, लीगल हेड शोभित गुप्ता, विशाक जी. और डा. अरुणवीर सिंह ने हस्ताक्षर किए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का लीज एग्रीमेण्ट इस एयरपोर्ट के त्वरित गति से निर्माण और उत्तर प्रदेश के त्वरित विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। आज के उत्तर प्रदेश को विश्व पटल पर विकास योजनाओं को तेजी के साथ क्रियान्वित करने के लिए जाना जाएगा। इस परियोजना के पूरी होने के बाद प्रदेश की एयर कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि आम आदमी को भी हवाई सेवाएं उपलब्ध हो सकें। जेवर एयरपोर्ट का विकास उनके इस सपने को साकार करेगा। साथ ही, यह हवाई अड्डा देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था को तेजी से आगे बढ़ाने में भी मददगार साबित होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 में प्रदेश में मात्र चार एयरपोर्ट लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर और आगरा में शुरू थे, जहां से कुल 25 शहर हवाई सेवाओं से जुड़े थे। वर्तमान में आठ हवाई अड्डों से कुल 71 स्थानों के लिए हवाई सेवा चल रही है। कुशीनगर एयरपोर्ट का निर्माण वर्ष 2021 में पूरा कराया गया। चार वर्षों में बरेली, प्रयागराज, हिंडन और कानपुर हवाई अड्डो का विकास पूरा कराया जा चुका है। आगरा, सहारनपुर, अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट, सोनभद्र, अयोध्या और जेवर सहित दस का विकास कराया जा रहा है। योगी ने कहा कि लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे हैं। जेवर और अयोध्या में बनने के बाद संख्या बढ़कर पांच हो जाएगी।
परियोजना के मुख्य बिंदु
- गौतमबुद्धनगर के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पीपीपी मोड पर बनाया जा रहा है।
- एयरपोर्ट की भूमि से संबंधित परिवारों के पुनर्वासन एवं पुर्नव्यवस्थापन के लिए 48.0970 हेक्टेयर भूमि का अर्जन हो जा चुका है।
- वर्ष 2021-22 में निर्माण शुरू होगा। पहले चरण का काम तीन वर्षों में पूरा होगा।
- यह कार्गो एयरपोर्ट भी है। वर्ष 2040-50 तक 2.6 मिलियन टन कार्गो की क्षमता का विकास होगा। इससे व्यापार और उद्योगों को एक नई दिशा मिलेगी।
- सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के रनवे की संख्या दो से बढ़ाकर छह करने का निर्णय लिया है।
- जेवर एयरपोर्ट को हाई स्पीड रेल से जोड़ा जाएगा। इसे इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से सड़क मार्ग द्वारा और मेट्रो रेल से भी जोड़ा जाएगा।