सीएम योगी आदित्यनाथ एक साल में FACEBOOK लाइक्स के मामले में टॉप पर पहुंचे
योगी आदित्यनाथ के फेसबुक पेज पर एक वर्ष में 5.4 मिलियन फॉलोअर बने। दूसरे नंबर पर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया रहीं।
लखनऊ (जेएनएन)। जनसंख्या के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फेसबुक पर लोकप्रियता के मामले में अपने से पहले से सत्ता संभाल रहे देश के मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ का फेसबुक पेज बीते एक वर्ष में देश के सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के फेसबुक पेजों से ज्यादा चर्चित रहा।
देश भर के मुख्यमंत्रियों के फेसबुक पेज पर आने वाले रिएक्शन की गणना 1 जनवरी 2017 से 31 दिसंबर 2017 तक की गई, जिसमें पाया गया कि उनके फॉलोअर इस अवधि में सबसे ज्यादा रहे। एक वर्ष में 5.4 मिलियन योगी के फेसबुक पेज पर फॉलोअर बने। दूसरे नंबर पर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया रहीं जबकि तीसरे नंबर पर गुजरात के सीएम विजय रूपानी हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फेसबुक पर सबसे लोकप्रिय विशिष्ट लोगों में शुमार है। देश के मुख्यमंत्रियों में योगी आदित्यनाथ के पेज को फेसबुक ने रैकिंग में पहला नंबर दिया है। उनकी इस उपलब्धि पर फेसबुक की ओर से उन्हें पुरस्कार के रूप में ट्रॉफी मिलेगी। रिएक्शन, शेयर व कमेंट के आधार पर फेसबुक देश में टॉप रैंक वाले सभी वर्ग के फेसबुक पेज सूची जारी करता है। हाल ही में फेसबुक ने सरकारी संस्थानों, मंत्रियों और राजनीतिज्ञों में टॉप रैंकिंग वालों का डेटा जारी किया। फेसबुक के भारत, दक्षिण एवं मध्य एशिया के पब्लिक पॉलिसी मैनेजर नितिन सलूजा के मुताबिक देश के सभी मुख्यमंत्रियों में सीएम योगी आदित्यनाथ का फेस बुक पेज पहले नंबर पर है। उन्हें सबसे ज्यादा लाइक्स और कमेंट मिले हैं। उन्हें सबसे ज्यादा लोगों ने सर्च किया है। फेसबुक ने हाल ही में सरकारी संस्थाओं, मंत्रालयों, राजनीतिक दलों व राजनीतिज्ञों को लेकर एक डाटा जारी किया है। इसमें फेसबुक पेज की प्रसिद्धी का आंकड़ा जारी किया गया।
किसके कितने फॉलोअर्स
वसुंधरा राजे सिंधिया : 9 मिलियन
अरविंद केजरीवाल : 7.2 मिलियन
योगी आदित्यनाथ : 5.4 मिलियन
शिवराज सिंह चौहान : 4.1 मिलियन
नीतीश कुमार : 1.5 मिलियन
डॉ रमन सिंह : 1.9 मिलियन
अमरिंदर सिंह : 1.2 मिलियन
मनोहर पर्रिकर : 1.8 मिलियन
आकलन में फेसबुक पेजों पर आए रिएक्शन, पोस्ट के शेयर और उनपर आए कमेंट्स को आधार माना गया है। इस अवधि में राज्यसभा सांसदों की कैटेगरी में सबसे ज्यादा लोकप्रिय पेज सचिन तेंडुलकर का रहा। इसके बाद आरके सिन्हा और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नंबर रहा। इसमें लोकसभा सांसदों में पहले नंबर पर पीएम नरेंद्र मोदी रहे और दूसरा स्थान असदउद्दीन आवैसी को मिला। भगवंत मान तीसरे नंबर पर रहे।
राजनीतिक दल में भाजपा पहले नंबर पर
फेसबुक के राजनीतिक दलों के आंकड़ों में भाजपा पहले नंबर पर रही जबकि कांग्रेस तीसरे नंबर पर। आम आदमी पार्टी के फेसबुक पेज का स्थान दूसरा रहा। केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों में नरेंद्र मोदी को पहला, पीयूष गोयल को दूसरा और किरन रिजीजू तीसरे नंबर पर रहे। लोकप्रसारकों में एआईआर न्यूज को पहला, डीडी न्यूज को दूसरा और दूरदर्शन राष्ट्रीय को तीसरा स्थान दिया गया है।
भाजपा ने योगी आदित्यनाथ के योगदान को सराहा
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि देश के मुख्यमंत्रियों के बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फेसबुक पेज रैंकिंग में नंबर वन होना कई बातें स्पष्ट करता है। पहला, यूपी की बागडोर सभालने के बाद योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। दूसरा, मुख्यमंत्री के नेतृत्व में भाजपा सरकार के जनकल्याणकारी कार्य लगातार जनता का विश्वास जीतते जा रहे हैं।
प्रदेश पार्टी प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने कहा कि विश्वास और लोकप्रियता की ओर मुख्यमंत्री का फेसबुक पेज भी संकेत कर रहा है जिसे जनता खूब पसंद कर रही है। पिछले वर्ष सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जिस तेजी से विकास कार्यों को गति दी है, उससे यूपी नंबर वन राज्य बनने की राह पर तेजी से बढ़ चुका है। प्रधानमंत्री आवास बनाने के मामले में यूपी ने दूसरे राज्यों को कहीं पीछे छोड़ दिया है। देश में वर्ष 2017-18 में पीएम आवास बनाने के लक्ष्य का केवल 33 प्रतिशत ही पूरा हो पाया, वहीं यूपी ने 77 प्रतिशत आवास बनाकर देश में पहले नंबर पर है।
स्वच्छता योजना में भी यूपी ने दूसरे राज्यों के मुकाबले कहीं ज्यादा प्रगति दिखाई है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के पहले 11 महीने में ही यहां 33 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण हुआ जो देश में सबसे अधिक था। फरवरी में हुए इन्वेस्टर्स समिट में जिस तरह से निवेशकों ने यूपी में निवेश करने के लिए उत्साह दिखाया वह अभूतपूर्व था। इससे प्रदेश में रिकार्ड रोजगार उपलब्ध होने का द्वार खुल चुका है। विकास के सभी संकेतक यूपी को तेजी से आगे बढ़ता हुआ प्रदेश बता रहे हैं। जनता की बेहतरी के लिए भाजपा सरकार हर संभव प्रयास करने को प्रतिबद्ध है जो यूपी को 'वाइब्रेंट यूपी' बनाने की पहली शर्त भी है।