सिख विरोधी दंगे के पीड़ितों को न्याय दिलाएगी यूपी सरकार, सीएम योगी ने सिख प्रतिनिधिमंडल को दिया आश्वासन
Anti Sikh Riots मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 51 सदस्यीय सिख प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने 1984 के कानपुर के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए सरकार ने एसआइटी का गठन और अब तक 14 आरोपितों की गिरफ्तारी होने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार कानपुर के सिख विरोधी दंगे के अभियुक्तों को सजा दिलाकर पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुरादाबाद गुरुद्वारे के लंगर हाल और यात्री निवास की मांग पर मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को आश्वस्त किया कि सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए इस संबंध में कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंगलवार को उनके सरकारी आवास पर 51 सदस्यीय सिख प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। इसकी अगुवाई पटना साहिब गुरुद्वारे के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रंजीत सिंह कर रहे थे। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि 1984 के कानपुर के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए सरकार ने एसआइटी का गठन किया है, अब तक 14 आरोपितों की गिरफ्तारी होने पर सभी ने मुख्यमंत्री का आभार जताया।
सिख प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इस पहल से 38 वर्षाें के बाद दंगा पीड़ितों को न्याय मिलने की उम्मीद है। सदस्यों ने अनुरोध किया गया कि ट्रायल के माध्यम से सभी अभियुक्तों को सजा दिलाई जाए। प्रतिनिधिमंडल में चार पीड़ित परिवारों के सदस्यों ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की।
प्रतिनिधिमंडल में उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परविंदर सिंह, बाबा तरसेम सिंह, गुरुद्वारा नानकमता साहिब के सेवादार व लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा, दंगा पीड़ित समिति के सदस्य सरदार सुरजीत सिंह ओबेराय व कानपुर के अजीत सिंह सहित अन्य शामिल रहे।