महिला प्रोफेसर के एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर निकाले रुपये
चिनहट, गोमतीनगर और गाजीपुर थाने में ठगी के मामले हुए दर्ज। ट्रांजेक्शन होने के बाद भी पीड़िता के मोबाइल पर नहीं आया अलर्ट का मैसेज।
लखनऊ, जेएनएन। साइबर जालसाजों द्वारा महिला प्रोफेसर के कार्ड का क्लोन बनाकर खाते से डेढ़ लाख रुपये निकालने का मामला प्रकाश में आया है। उन्हें बैंक पहुंचकर पासबुक अपडेट कराने पर ठगी का पता चला। वहीं गोमतीनगर व गाजीपुर में भी दो लोग साइबर जालसाजों का निशाना बने।
मनीषा शुक्ला बीबीडी कॉलेज के रसायन विभाग में प्रोफेसर हैं। पीएनबी में उनका सेविंग अकाउंट है। उनके मुताबिक ठगों ने 8 दिसम्बर से 10 दिसम्बर के बीच खाते से डेढ़ लाख रुपए निकाल लिए। मनीषा ने बताया कि ट्रांजेक्शन होने के बाद भी उनके मोबाइल पर अलर्ट नहीं आया। बैंक पहुंचकर पासबुक अपडेट कराई तो खाते से रुपये निकलने की जानकारी हुई। मनीषा ने बताया कि एटीएम कार्ड उनके ही पास था और उन्होंने किसी को डिटेल भी नहीं बताई।
पीडि़ता ने चिनहट कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं, विवेकखण्ड-तीन निवासी प्रेमप्रकाश दीक्षित के डेबिट कार्ड की क्लोनिंग कर मोबाइल वॉलेट के जरिए 42 हजार रुपये की खरीदारी कर ली गई। प्रेम प्रकाश ने गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। इसके अलावा इंदिरानगर सेक्टर-22 निवासी संजय कुमार गोस्वामी का आरबीएल बैंक में अकाउंट है। उन्होंने बताया कि साइबर ठगों ने उनके क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर 48 हजार रुपये की शापिंग कर डाली। पीडि़त ने गाजीपुर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।