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Christmas 2019: गिरजाघरों को प्रभु यीशु के अवतरण का इंतजार, क्रिसमस को लेकर राजधानी तैयार Lucknow News

लखनऊ में पूरी हुई क्रिसमस की तैयारियां कैथेड्रल और मैथोडिस्ट चर्च में झांकियां बनने का काम शुरू हुआ।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 11:25 AM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 11:25 AM (IST)
Christmas 2019: गिरजाघरों को प्रभु यीशु के अवतरण का इंतजार, क्रिसमस को लेकर राजधानी तैयार Lucknow News
Christmas 2019: गिरजाघरों को प्रभु यीशु के अवतरण का इंतजार, क्रिसमस को लेकर राजधानी तैयार Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। आपसी एकता और सद्भाव का पर्व क्रिसमस को लेकर राजधानी पूरी तरह से तैयार है। बाजार में जहां क्रिसमस ट्री और सेंटा क्लाज की कैप क्रिसमस पर्व के आने का संदेश दे रही हैं तो वहीं रोशनी से नहाए गिरजाघर प्रभु यीशु के अवतरण का इंतजार कर रहे हैं। 24 की मध्यरात्रि प्रभु का विधि विधान से अवतरण होगा और ईसाई समाज के लोग एक दूसरे को बधाई देंगे।

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शनिवार से राजधानी के सभी गिरजाघरों में लाइटिंग के साथ ही झांकियों को बनाने का कार्य शुरू हो गया है। हजरतगंज के कैथेड्रल में पहली बार कोलकाता के चंदरनगर की लाइटों के माध्यम से प्रभु यीशु के अवतरण को दिखाने की तैयारी की जा रही है। मोहम्मद अली ने क्रूस पर स्टार टांगने का कार्य भी पूरा कर दिया है। कैथेड्रल में 24 दिसंबर की रात्रि 10:30 बजे प्रभु यीशु का अवतरण समारोह होगा जो रात्रि एक बजे तक चलेगा। आलमबाग के होली रिडीमर चर्च के प्रवक्ता संजय लांजरस ने बताया कि परिसर में दो दिनों तक क्रिसमस मेला लगेगा। एसेंबली ऑफ बिलीवर्स चर्च के प्रवक्ता मॉरिस कुमार ने बताया कि इंदिरानगर, हिंदूनगर, अलीगंज व बख्शी का तालाब समेत कई स्थानों पर विविध आयोजन होंगे। कैथेड्रल समेत अन्य गिरजाघरों में झांकियों को बनाने का कार्य शुरू हो गया है। चरनी (गोशाला) में प्रभु यीशु के अवतरण की दास्तां बताई जाएगी। वहीं शनिवार को फादर पॉल रोड्रिंग्स की याद में धर्माध्यक्ष फादर जेरॉल्ड जॉन मथायस और और फादर डॉ.डोनाल्ड डिसूजा के संयोजन में कैथेड्रल में विशेष प्रार्थना हुआ।

कल यहां होंगे आयोजन

कैथेड्रल हजरतगंज-रात 10:30 बजे

होली रिडीमर चर्च-आलमबाग-रात 11 बजे

25 को यहां हो उल्लास

  • एब सी राजाजीपुरम-सुबह नौ बजे
  • सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च लालबाग-सुबह- 9:30 बजे
  • सेलमॉन मेथोडिस्ट चर्च एसजीपीजीआइ- सुबह 9:30 बजे
  • एबीसी पीजीआइ-सुबह दस बजे
  • एसेंबली ऑफ बिलीवर्स चर्च अलीगंज- सुबह दस बजे
  • इंगलिश मेथोडिस्ट चर्च-सुबह-दस बजे
  • एपीफेनी चर्च जयभारत लालबाग-सुबह आठ बजे
  • एबीसी सुजानपुरा आलमबाग- सुबह 10:30 बजे
  • एबीसी विक्रमादित्य मार्ग-सुबह दस बजे
  • एबीसी गोमतीनगर-सुबह दस बजे
  • लाइफ स्प्रिंग चर्च-एमजी मार्ग-सुबह नौ बजे
  • दुआ का घर महानगर-सुबह दस बजे
  • जियॉन चर्च मटियारी चिनहट-सुबह दस बजे
  • मिशनरी चर्च राजाजीपुरम-सुबह दस बजे
  • कैथेड्रल हजरतगंज शाम पांच बजे

क्रिसमस पर देते हैं सेवा का उपहार

क्रिसमस का मौका हो और गिफ्ट की बात न हो, ऐसा कैसे हो सकता है। जब उपहार की बात होगी तो सेंटा क्लाज का नाम भी होगा। इस उत्सव पर हम आपको शहर के एक ऐसे सेंटा क्लाज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें पूरे वर्ष क्रिसमस पर सेवा का उपहार देने का इंतजार रहता है। हम बात कर रहे हैं फर्नीचर कारोबारी एमपी सिंह की। पुराना हैदराबाद निवासी एमपी सिंह हंिदूू होने के बावजूद गिरजाघर में सेवा करते हैं। सेवा भी ऐसी जिसकी चमक से प्रार्थनासभा रोशन हो जाती है। वैसे तो एमपी सिंह पूरे साल फर्नीचर का कारोबार करते हैं, लेकिन क्रिसमस आने के एक महीने पहले ही अपना सब काम बंद कर गिरजाघरों में सेवा में जुट जाते हैं। वह प्रभु यीशु के अवतरण के दौरान प्रार्थना के समय प्रयोग होने वाले पीतल के बर्तनों की न केवल सफाई करते हैं बल्कि पॉलिश कर चमकदार भी बनाते हैं।

साथ लाते हैं ग्राइंडिंग मशीन

गिरजाघरों में क्रिसमस पर प्रभु यीशु के अवतरण के बर्तनों की पॉलिश के लिए केमिकल और उसे चमकाने की ग्राइंडिंग मशीन भी खुद लेकर आते हैं। उनका कहना है कि इंसान एक होता है और धर्म हमे जोड़ने की शिक्षा देता है। मेरा बेटा बिजनेसमैन है और बेटी सॉफ्टवेयर इंजीनियर, लेकिन किसी ने मेरी सेवा को लेकर कभी नाराजगी नहीं जताई।

दो दशक से कर रहे सेवा

एमपी सिंह की उम्र करीब 59 वर्ष है और पिछले दो दशक से वह सेवा कर रहे हैं। उनका कहना है कि भगवान की सेवा करके मैं खुद को धन्य मानता हूं। मेरी सांस जब तक चलती रहेगी तब तक मैं यह सेवा करूंगा। कैथेड्रल के साथ ही एपीफेनी, सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च सहित कई गिरजाघरों के फादर की ओर से उन्हें सेवा के लिए सम्मानित भी किया जाता है।


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