निकली मिलीं पैंड्राल क्लिप से खेल रहे थे बच्चे
जागरण संवाददाता, लखनऊ : बादशाहनगर-डालीगंज रेलखंड पर 12 दिन पहले 30
जागरण संवाददाता, लखनऊ : बादशाहनगर-डालीगंज रेलखंड पर 12 दिन पहले 308 पैंड्राल क्लिप निकालने की घटना की अभी जांच चल रही है। इस बीच गुरुवार को एक बार फिर पैंड्राल क्लिप पटरी से गायब होने का मामला सामने आ गया। इस बार क्लिप लेकर कुछ बच्चे खेल रहे थे। इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने आरपीएफ को दी। मौके पर आरपीएफ पहुंची तो बच्चे भाग निकले। जांच में पता चला कि छह स्लीपर की 25 पैंड्राल क्लिप गायब हुई हैं। हालांकि रेलवे प्रशासन का दावा है कि ग्रीसिंग के कारण यह क्लिप ट्रेनों के कंपन के कारण खुल गई थीं, जिनको वापस लगा दिया गया है।
डालीगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास लाइन किनारे सुबह 9:15 बजे स्थानीय निवासी वीरेंद्र यादव और इम्तियाजुल हक ने कुछ बच्चों को पैंड्राल क्लिप को छल्ले बनाकर खेलते हुए देखा। यह क्लिप स्लीपर और पटरियों को बांधे रखती हैं। इन दोनों युवकों बच्चों से तुरंत पैंड्राल क्लिप छिन लीं। फिर इसकी सूचना निरालानगर क्रॉसिंग के गेट पर तैनात गैटमैन श्यामबाबू को दी। गैटमैन ने तुरंत इसकी सूचना डालीगंज स्टेशन मास्टर को दी। क्लिप निकाले जाने की सूचना मिलते ही प्रशासन सतर्क हो गया। मौके पर आरपीएफ के जवान पहुंचे तो बच्चे उनको देख भाग खड़े हुए। इस बीच डीआरएम विजयलक्ष्मी कौशिक, मंडल सुरक्षा आयुक्त सहरिश सिद्दीकी, क्षेत्रीय पुलिस और इंजीनियरिंग विभाग के आला अधिकारी भी पहुंच गए। इसके बाद लखनऊ जंक्शन से आ रही मेमू को डालीगंज में रोक दिया गया।
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नहीं मिला ट्रैकमैन
जीआरपी के मुताबिक वीरेंद्र व इम्तीयाजुल हक बच्चों से 11 क्लिप लेकर गेटमैन के पास पहुंचे। दोनो ने गेटमैन से कहा कि साहब ये क्लिप जल्दी से लगवा दीजिए नहीं तो कोई हादसा हो सकता है।
घटना के समय निरालानगर क्रॉसिंग से सिटी स्टेशन के बीच निगरानी करने वाला ट्रैकमैन अपनी बीट पर मौजूद नहीं था। इसके बाद बादशाहनगर साइट पर ड्यूटी कर रहे कीमैन को बुलाकर फिर से क्लिप को लगवाया गया।
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गुजर गई कई ट्रेनें
सुबह करीब 9:15 बजे क्लिप निकलने की घटना सामने आयी। जबकि इससे पहले इस रेलखंड पर काठगोदाम एक्सप्रेस, गोरखपुर इंटरसिटी, मेमू, बरौनी एक्सप्रेस व बाघ एक्सप्रेस गुजर चुकी थीं। पैंड्राल क्लिप दूर-दूर के स्लीपर से गायब हुए थे। इस कारण ट्रेनें सुरक्षित निकल गयी। एक ही जगह के स्लीपर से यदि क्लिप निकलती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
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इधर ट्रैकमैनों ने की अपील
बीती तीन दिसंबर को देर रात अज्ञात बदमाशों ने बादशाहनगर-डालीगंज के बीच 77 स्लीपर की फिटिंग और 308 पैंड्राल क्लिप को निकाल लिया था। इस मामले की जांच एटीएस, एसटीएफ, क्षेत्रीय पुलिस समेत आरपीएफ भी कर रही है। सुबूत के नाम पर जाच एजेंसियों के हाथ कुछ नहीं लगा है। वहीं पेट्रोलिंग करने वाले ट्रैकमैनों ने डीआरएम से मिलकर पुलिस की पूछताछ के नाम पर खुद को सताए जाने का आरोप लगाया है। डीआरएम के सामने यह ट्रैकमैन रो पड़े। इसके बाद डीआरएम विजय लक्ष्मी कौशिक ने पुलिस को पत्र लिखकर कहा है कि रेलकर्मियों से पूछताछ से पहले इसकी जानकारी रेलवे अफसरों को भी दी जाए।
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हाल ही में पैंड्राल क्लिप की मरम्मत के दौरान उसकी ग्रीसिंग की गई है। इससे ट्रेनों के आवागमन से होने वाले कंपन की वजह से पैंड्राल क्लिप निकली जा रही हैं। इनको फिर से लगाकर कसने को कहा गया है।
विजयलक्ष्मी कौशिक, डीआरएम पूर्वोत्तर रेलवे