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Fight Against Coronavirus : बच्चों की कोरोना से जंग, यूं बाहर निकल रहा छिपा हुनर

Fight Against Coronavirus कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। ऐसे में बच्चों की कई तरह की एक्टीविटी कर रहे हैं।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 11:35 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 11:35 AM (IST)
Fight Against Coronavirus : बच्चों की कोरोना से जंग, यूं बाहर निकल रहा छिपा हुनर
Fight Against Coronavirus : बच्चों की कोरोना से जंग, यूं बाहर निकल रहा छिपा हुनर

लखनऊ, जेएनएन। Fight Against Coronavirus : कोरोना के खिलाफ जंग में बच्चों का हौसला भी कुछ कम नहीं है। बड़ों ने उन्हें घर पर ही रहने की नसीहत दी और वो मान गए। बच्चे न खेलने जा रहे, न ही दोस्तों से मिल रहे। वो घर पर ही रहकर अदृश्य दुश्मन से लड़ाई के मोर्चे पर जमकर डटे हैं। ऐसे में अभिभावक भी बच्चों को हर वो चीज करने की आजादी दे रहे, जो उन्हें पसंद है। लिहाजा बच्चों का छिपा हुनर भी खूब सामने आ रहा है। कोई ड्रॉइंग बनाकर जागरूक कर रहा तो किसी ने वीडियो बनाकर हाथ धोते रहने का संदेश दिया है। गीत-नृत्य के साथ वाद्ययंत्रों के सुर भी गूंज रहे। ये मासूम कोशिशें कह रही हैं, कोरोना से जंग, हम जीतकर दिखाएंगे..।

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हारमोनियम बजाना सीख रही हूं

बाल नृत्यांगना स्वरा त्रिपाठी आज कल घर पर ही रहकर हारमोनियम बजाना सीख रही हैं। वे बताती हैं कि मैं हमेशा से ही वाद्ययंत्र बजाना सीखना चाहती थी, लेकिन पढ़ाई और नृत्य के साथ में इसे बैलेंस नहीं कर पा रही थी। अभी छुट्टियों की वजह से मैं इसमें पूरा ध्यान लगा पा रही हूं। इसके अलावा मैं अपना नृत्य अभ्यास और पढ़ाई भी कर रही हूं।

बच्चों को दें अपनी संस्कृति का ज्ञान

जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के चेयरमैन सर्वेश गोयल कहते हैं कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में 14 अप्रैल तक का लॉकडाउन घोषित किया गया है। इस बीच लोगों से घर में ही रहने की अपील की गई है। इस दौरान आप अपने बच्चों के साथ समय बिताएं और उनको हमारी संस्कृति बारे में बताएं और घर के सभी काम खुद से करने के बारे में प्रोत्साहित करें। इस वैश्विक महामारी के समय मैं आप सभी से अपील करता हूँ कि अपनी सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदों की सेवा करें। हम साथ सब मिलकर कोरोना को हरा सकते हैं। घर पर रहिये, स्वास्थ्य रहिये और जरूरतमंदों की मदद करें।

पोस्टर से कर रहे जागरूक

तेलीबाग के रहने वाले अर्नव अग्रवाल लोगों को पोस्टर के माध्यम से जागरूक कर रहे हैं। वे बताते हैं कि मैंने एक पोस्टर बनाया है, जिसके जरिए मैंने कोरोना वायरस के कारण से लेकर उससे निवारण तक के बारे में जानकारी दी हुई है। इसके साथ ही मैंने लोगों से अपील भी की है कि 21 दिनों तक अपने घरों में रहें व अपना और अपने परिवार का ध्यान रखें।

घर पर कर रहीं नृत्य का अभ्यास

गोमतीनगर की रहने वाली कियारा इन दिनों घर पर रहकर ही नृत्य का अभ्यास कर रही हैं। वे बताती हैं कि पापा और मम्मी ने मेरे लिए स्पीकर मंगाए हैं। ऐसे में मैं फुल वॉल्यूम में गाने बजाकर नृत्य कर रही हूं। इसके अलावा मैं ड्राइंग बनाकर भी अपना समय बिता रही हूं।

सबका इलाज कर रहे डॉक्टर रेयांश

चिनहट के रहने वाले रेयांश अपने घर के डॉक्टर बन गए हैं और सबका इलाज कर रहे हैं। वे बताते हैं कि मुङो पापा ने डॉक्टर सेट लाकर दिया है। मैंने अपने रूम में ही क्लीनिक बना रखा है। जो मेरे पास आता है पहले मैं उसे सैनिटाइजर से हाथ धुलवाता हूं। मैं सबको दवाई में मीठी जेम्स खिला रहा हूं। अगर कोई मेरी बात नहीं मानता है तो मैं उसके बड़ी वाली सुई भी लगा देता हूं।

घर पर ही सीख रहीं संगीत

डालीगंज निवासी आरवी सिंह संगीत की विद्यार्थी हैं। वे बताती हैं कि मुङो पापा ने पियानो दिलाया है, जिससे मैं घर पर रहकर ही अभ्यास कर रही हूं। मैं गाना गाती हूं और मेरा भाई पियानो बजाता है। इससे मेरा रियाज भी हो रहा है और हमारा टाइम भी अच्छा पास हो रहा है। इसके अलावा मेरे पास हॉरर ड्रेस भी है, जिसे पहनकर मैं सबको डरा रही हूं।

घर पर ही बनाई पेपर डॉल

आलमबाग की रहने वाली संस्कृति सिंह बताती हैं कि मैं आज कल यूट्यूब से देखकर पेपर डॉल बनाना रही हूं। अभी मैंने अफ्रीकन डॉल बनाई है। डॉल का सिर बनाने के लिए एल्युमीनियम क्वाइल को कलर किया है, जबकी टॉप बनाने के लिए न्यूज पेपर और स्कर्ट बनाने के लिए फ्लोरेसन पेपर का इस्तेमाल किया है।

टीवी पर देखकर कर रही डांस

राजाजीपुरम की रहने वाली अविष्का श्रीवास्तव बताती हैं कि आजकल मैं टीवी पर देखकर डांस कर रही हूं। मोबाइल या टीवी में जब भी किसी गाने की धुन सुनाई देती है। मेरा मन अपने आप नाचने का मन करता है। पापा के फोन में भी गाने बजाकर मैं डांस करती हूं।

पापा के साथ कर रही योग

निराला नगर की रहने वाली रएना शुक्ला बताती हैं कि मैं इन दिनों अपने पापा के साथ योग कर रही हूं। इसके लिए हम लोग सुबह पांच बजे उठते हैं और अपने आंगन में योग करते हैं। अभी मैं उनके साथ सूर्य नमस्कार सीख रही हूं। इसके अलावा पापा और भी चीजें सिखाने वाले हैं।

बागवानी और खेल में बिता रहे समय

प्रदेश भर की ट्रेनों में बेहतर खानपान की सेवा उपलब्ध कराने और तेजस व काशी महाकाल एक्सप्रेस जैसी कारपोरेट सेक्टर ट्रेन की प्लानिंग में पूरा दिन बीत जाता था। अब जबकि ट्रेनें पूरी तरह बंद हो गई हैं तब ऑफिस का काम ज्यादा नहीं बचा है। यात्रियों के रिफंड की तैयारियां हो रही हैं। इस बीच जो भी काम अब बचा भी है उसको अपने घर से कर रहा हूं। नवरात्र है तो रोजाना सुबह की शुरुआत पूजन-हवन से होती है। इसके बाद जो भी समय मिलता है उसमें अपने गार्डन को संवारना शुरू कर देता हूं। बच्चों के साथ खेल में भी शाम को दो घंटे का समय बिता रहा हूं। हां, इस समय कोई काम वाला नहीं है इसलिए घर की सफाई खुद कर रहा हूं। कुछ कागज इधर-उधर पड़े रहते थे उनको सहेज दिया है। बाकी समय अखबार और टीवी देखने में गुजर जाता है। कुल मिलाकर इस समय को इंज्वाय करने की कोशिश कर रहा हूं।

 

बटरफ्लाई आसन सिखा रहीं अक्षरा

हास्य कवि पंकज प्रसून की बेटी अक्षरा शुक्ला लोगों को सोशल मीडिया के जरिए साफ-सफाई के तरीके सिखा रही हैं। हाल ही में पंकज प्रसून ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें अक्षरा लोगों को हाथ धोने का सही तरीका बता रही हैं। वे लोगों को टिशू पेपर से हाथ पोछकर उसे डस्टबिन में फेंकने के लिए भी बोल रही हैं। एक वीडियो में वो लोगों को बटरफ्लाई आसन सीखा रही हैं। इसके अलावा एक अन्य वीडियो में वो डांस करती हुई भी दिखाई दे रही हैं।


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