सीएम योगी आदित्यनाथ आज झांसी से जल जीवन मिशन की रखेंगे नींव, पहले चरण में बुंदेलखंड के सात जिले
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को झांसी के मुराटा गांव में भूमिपूजन कर हर जल जीवन मिशन की नींव रखेंगे। बुंदेलखंड में मिशन की शुरुआत झांसी महोबा और ललितपुर से की जा रही है।
लखनऊ, जेएनएन। हर घर तक नल से जल पहुंचाने के जल जीवन मिशन की शुरुआत उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड क्षेत्र से हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को झांसी के मुराटा गांव में भूमिपूजन कर मिशन की नींव रखेंगे। सूखे बुंदेलखंड की प्यास बुझाने के इस बड़े मिशन के शुभारंभ समारोह में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी शामिल होंगे। जल जीवन मिशन परियोजना के पहले चरण में बुंदेलखंड के सात जिले झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट में पेयजल पाइप लाइन बिछाई जानी है।
सूखे के लिए अभिशप्त माने जाते रहे उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में पेयजल योजनाएं तो बहुत शुरू हुईं, लेकिन तमाम जिले अब भी सूखे की मार झेल रहे हैं। इसी परेशानी को देखते हुए लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांदा की रैली से जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। इधर, यूपी की योगी सरकार ने भी राज्य पेजयल योजना के तहत बुंदेलखंड में काम शुरू कराया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री के जल जीवन मिशन को जमीन पर उतारने के लिए कसरत शुरू कर दी गई। तय हुआ कि चार चरणों में परियोजनाएं पूरी होंगी, जिनकी कुल अनुमानित लागत 10131 करोड़ रुपये होगी।
पहले चरण में बुंदेलखंड के सात जिले झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट में पेयजल पाइप लाइन बिछाई जानी है। इसका लाभ सातों जिलों की 67 लाख आबादी को मिलेगा। बुंदेलखंड में मिशन की शुरुआत झांसी, महोबा और ललितपुर से की जा रही है। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ झांसी की मौंठ तहसील के गांव मुराटा में दोपहर 12 बजे मिशन का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहेंगे।
3622 राजस्व गांवों तक पहुंचेगा पानी : सूचना विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, बुंदेलखंड क्षेत्र के जिले झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के कुल 4513 राजस्व ग्राम हैं, जिनमें से 891 राजस्व ग्राम पहले से ही पेयजल योजनाओं से आच्छादित हैं। शेष 3622 राजस्व गांवों की लगभग 67 लाख आबादी के लिए 479 योजनाओं द्वारा पाइप पेयजल की व्यवस्था की जा रही है।
ऐसे होगी मिशन की शुरुआत
- झांसी : 1627.94 करोड़ की लागत वाली 10 योजनाएं सतही स्रोत (सरफेस वाटर) पर आधारित होंगी।
- ललितपुर : 1623.47 करोड़ की लागत वाली 16 सरफेस वाटर रिसोर्स और 12 भूजल (ग्राउंड वाटर) आधारित पाइप पेयजल योजनाएं होंगी।
- महोबा : 1219.74 करोड़ की लागत से 364 राजस्व गांवों तक पहुंचाया जाएगा पानी।
यूं पूरे होंगे चार चरण
- पहला चरण : बुंदेलखंड
- दूसरा चरण : विंध्याचल
- तीसरा चरण : इंसेफेलाइटिस व जापानी बुखार से पीडि़त क्षेत्र
- चौथा चरण : फ्लोराइड और आर्सेनिक ग्रसित गंगा तटीय क्षेत्र