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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कोरोना संकट काल में भी नहीं होने दी किसानों को समस्या

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा भारत सरकार के सहयोग से कृषि विश्वविद्यालयों से बेहतर समन्वय स्थापित करके किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 15 Jun 2020 12:18 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 07:22 AM (IST)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कोरोना संकट काल में भी नहीं होने दी किसानों को समस्या
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कोरोना संकट काल में भी नहीं होने दी किसानों को समस्या

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना संकट में संक्रमण की चेन तोड़ते हुए सरकार ने किसानों को कोई समस्या नहीं होने दी। वह रविवार को उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से 31वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित मानसून-2020 पूर्वानुमान एवं कोविड-19 के दृष्टिगत वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। कृषि संबंधी क्षेत्रों के लिए प्रभावी रणनीति पर चर्चा करते हुए उन्होंने किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर विशेष जोर दिया।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से कृषि विश्वविद्यालयों से बेहतर समन्वय स्थापित करके किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा सरकार आने से पहले प्रदेश का किसान उपेक्षा व तिरस्कार के कारण आत्महत्या करने को मजबूर था। उन्होंने दावा किया कि तकनीक का प्रयोग बढ़ाकर पिछले तीन माह में सम्मान निधि के जरिये 2.04 करोड़ किसानों के बैंक खाते में लगातार रुपये भेजने मे सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने मौसम की सटीक जानकारी देने के साथ ही एक ऐसा तंत्र विकसित करने की बात कही जिससे भारी बरसात और बिजली गिरने से होने वाली हानि को रोका जा सके।

रिकार्ड खाद्यान्न व चीनी उत्पादन : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेहतर टीम वर्क के चलते लॉकडाउन के दौरान भी 119 चीनी मिलों का संचालन किया गया। गत वर्षों में रिकार्ड खाद्यान्न उत्पादन के साथ चीनी उत्पादन में भी कीर्तिमान बना है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा जारी 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज में कृषि क्षेत्र के लिए ढेरों संभावनाएं हैं।

जैविक खेती को प्रोत्साहन देना जरूरी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऑर्गेनिक उत्पादों की जबरदस्त मांग है इसलिए जैविक खेती पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके लिए टेस्टिंग लैब और प्रशिक्षण की व्यवस्था करेंगे। उन्होंने गेहूं खरीद की ऑनलाइन टोकन व्यवस्था की सराहना की। कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां पोर्टल पर 6.7 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया है। इनमें से 4.18 लाख किसानों के गेहूं की तौल कराई जा चुकी है। प्रदेश में 1099 फ्लोर मिलें व आटा चक्की, 499 तेल मिल व 312 दाल मिलों का संचालन कराया जा रहा है।


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