मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, उत्तर प्रदेश की आबादी के अनुसार बढ़ाने होंगे बैंकिंग प्रतिनिधि
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में केंद्र व राज्य सरकार डिजिटल इंडिया की अवधारणा पर प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही हैं।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना काल में बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट (प्रतिनिधि) की भूमिका को मददगार बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की आबादी को देखते हुए इनकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है। जन-जन तक, विशेषकर ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सुविधाओं के प्रसार में बैंकिंग प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह बात सीएम योगी ने आईसीआईसीआई बैंक की बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट योजना का प्रस्तुतीकरण देखने के बाद कही।
आइसीआइसीआइ बैंक के अधिकारियों ने गुरुवार को ग्रामीण क्षेत्र की बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट की अपनी योजना 'एसआरएलएम-एसएकेएचआई' का प्रस्तुतीकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने उनके सरकारी आवास पर किया। यह देखकर सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में केंद्र व राज्य सरकार डिजिटल इंडिया की अवधारणा पर प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही हैं। इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर को मजबूत किया गया है। इसके बावजूद जन-जन तक विशेषकर ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सुविधाओं के प्रसार में बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में पहले से ही बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट की व्यवस्था संचालित है। कोरोना संकट के समय इनकी उपयोगिता देखने को मिली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में वर्तमान में लगभग 62 हजार बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट कार्यरत हैं। राज्य की बड़ी आबादी को देखते हुए इनकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है। सरकार प्रदेश की 58 हजार ग्राम पंचायतों में बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट (बीसी सखी) की तैनाती करने जा रही है। उन्हें छह माह तक प्रतिमाह चार हजार रुपये दिए जाएंगे। साथ ही जरूरी डिवाइस की खरीद के लिए भी पैसा देंगे। बीसी-सखी बैंकों के ट्रांजेक्शन पर भी आय कर सकेंगी। इस अवसर पर खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग डॉ. नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव समाज कल्याण मनोज सिंह, आईसीआईसीआई बैंक के स्टेट हेड परितोष जोशी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।