Vikas Dubey News: सीएम योगी का आदेश- कुख्यात विकास दुबे की काली कमाई की जांच करेगा ED
कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे और उसके गिरोह की काली कमाई से जुटाई गईं 147 करोड़ की संपत्तियों पर जल्द ईडी का शिकंजा कसेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने एसआइटी की सिफारिश पर इन संपत्तियों की ईडी से विस्तृत जांच कराने का निर्णय लिया है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे और उसके गिरोह की काली कमाई से जुटाई गईं 147 करोड़ की संपत्तियों पर जल्द ईडी का शिकंजा कसेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित एसआइटी की सिफारिश पर इन संपत्तियों की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से विस्तृत जांच कराने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास दुबे व उसके फाइनेंसरों की 147 करोड़ रुपये की संपत्तियों तथा विकास दुबे से जुड़े लोगों की आय के विभिन्न स्रोतों की जांच ईडी से कराने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि एसआइटी ने गैंगेस्टर विकास दुबे की अवैध ढंग से हासिल की गईं संपत्तियों के पुख्ता साक्ष्य जुटाए हैं। एसआइटी ने नवंबर माह में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी थी, जिसमें यह भी कहा गया था कि विकास दुबे व उसके फाइनेंसरों समेत गिरोह से जुड़े सभी सदस्यों के आय के स्रोतों की भी विस्तार से जांच कराई जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने दुर्दांत अपराधी विकास दुबे एवं उसके फाइनेंसरों की ₹147 करोड़ की संपत्तियों तथा उससे जुड़े हुए लोगों की आय के विभिन्न स्रोतों की जांच @dir_ed से कराने का निर्णय लिया है।@spgoyal@sanjaychapps1@74_alok pic.twitter.com/gg8N7c9V5j— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 15, 2020
सूत्रों का कहना है कि एसआइटी ने जिन संपत्तियों के साक्ष्य जुटाए हैं, उनमें कई व्यवसायिक व आवासीय भूखंड भी हैं। शासन जल्द एसआइटी द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों व संपत्तियों का ब्योरा ईडी को सौंपेगा। हालांकि ईडी बिकरू कांड में पहले से ही प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच कर रही है। ईडी ने बीते सितंबर माह में बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी समेत करीब 36 आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज किया था। ईडी इस मामले में विकास दुबे की पत्नी से लंबी पूछताछ भी कर चुकी है।
ईडी अधिकारियों का कहना है कि एसआइटी के जुटाए गए तथ्यों व साक्ष्यों को जांच का हिस्सा बनाकर सिलसिलेवार छानबीन की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि विकास दुबे ने अपने खजांची जय वाजपेयी के अलावा कुछ अन्य व्यापारियों के जरिये भी करोड़ों रुपये का निवेश किया था।