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CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश- दो मंत्री आज बाढ़ग्रस्त जिलों का दौरा कर देंगे अपनी रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है। अब सूबे के 17 जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ से इन जिलों के 666 गांव प्रभावित हैं जिनमें से 446 गांव पानी में डूबे हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 12:21 AM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 09:46 AM (IST)
CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश- दो मंत्री आज बाढ़ग्रस्त जिलों का दौरा कर देंगे अपनी रिपोर्ट
CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश- दो मंत्री आज बाढ़ग्रस्त जिलों का दौरा कर देंगे अपनी रिपोर्ट

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है। अब सूबे के 17 जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ से इन जिलों के 666 गांव प्रभावित हैं, जिनमें से 446 गांव पानी में डूबे हैं। गोरखपुर में राप्ती नदी के बायें तट पर सीपेज हो रहा है। मऊ की मधुबन तहसील के गांव गजियापुर में बिजली का खंभा गिरने से तटबंध में कटान हो गया है जिससे 5000 परिवार प्रभावित हैं। तटबंध की मरम्मत की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर और जलशक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख शुक्रवार को बाढ़ग्रस्त जिलों का निरीक्षण करेंगे और अपनी रिपोर्ट देंगे।

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बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया है कि पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर और जलशक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश के साथ शुक्रवार को बाढ़ग्रस्त जिले गोंडा, संत कबीर नगर, मऊ, देवरिया और गोरखपुर आदि का निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण के बाद दोनों मंत्री अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को देंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव एसपी गोयल ने बताया कि सीएम योगी ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और तटबंधों की लगातार पैट्रोलिंग करने का निर्देश दिया है ताकि कटान की स्थिति पर नजर रखी जा सके। उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने यह भी निर्देश दिया है कि बाढ़ राहत व बचाव कार्यों में लगायी गईं नौकाएं कहीं से भी क्षतिग्रस्त न हों और नौवहन के लिए पूरी तरह सुरक्षित हों। नावों में क्षमता से अधिक लोगों और सामान आदि को न चढ़ाया जाए। जिलाधिकारियों को जल और वेक्टर जनित बीमारियों से निपटने के लिए दवाओं का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने और पशुओं के लिए भूसे व चारे का इंतजाम करने के लिए कहा गया है।


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