मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश- बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाएं कोरोना सेंटर जैसे आश्रय स्थल
बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि समय रहते सभी तैयारियां पूरी कर लें।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना की आपदा से जूझ रही सरकार ने बाढ़ के संभावित खतरों को लेकर भी तैयारी शुरू कर दी है। बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि समय रहते सभी तैयारियां पूरी कर लें। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील जिलों में विशेष तैयारी की जाए। साथ ही उन्होंने कहा है कि जिस तरह से सुरक्षा मानकों के साथ कोरोना सेंटर बनाए गए, वैसे ही आश्रय स्थल जरूरत अनुसार सभी जिलों में बनाए जाएं। वहां शारीरिक दूरी का भी पालन हो।
अपने सरकारी आवास पर बैठक कर बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को की। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित करें और इन्हें निरंतर सक्रिय रखें। हर जिले के बाढ़ संवेदनशील स्थलों को चिन्हित करते हुए इनकी निगरानी करें। किसी भी हाल में जनधन की हानि नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के दौरान सर्पदंश की अनेक घटनाएं होती हैं, इसलिए सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी वेनम और एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्धता रहनी चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आशंका जताई कि असामाजिक तत्व तटबंधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए निगरानी चौकियां बनाकर सिंचाई विभाग और पुलिस नजर रखे। बाढ़ के प्रति अति संवेदनशील और संवेदनशील जिलों में राहत और बचाव के लिए बड़े आकार की नौकाओं की व्यवस्था करने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए। साथ ही कहा कि बाढ़ग्रस्त लोगों को ऐसी खाद्यान्न किट उपलब्ध कराई जाए, जो कोरोना लॉकडाउन के दौरान लोगों को दी गई। इस किट में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न और अन्य सामग्री होनी चाहिए, ताकि लोगों को असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ बचाव की तैयारियां पूरी करने के लिए अभी एक माह का समय है, इसलिए कार्यों में तेजी लाते हुए इन्हें पूरा कर लें। उन्होंने संबंधित विभागों से तैयारियों की जानकारी ली। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, सीतापुर, गोंडा और बाराबंकी के जिलाधिकारियों से भी तैयारियों के बारे में पूछताछ की। इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री विजय कश्यप, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।