UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आबकारी सिपाहियों को बांटे नियुक्ति पत्र, बोले- इस भर्ती में 30 फीसदी बालिकाएं
CM Yogi Distributed Appointment Letters मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज आबकारी सिपाही के पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को लोकभवन के आडिटोरिटम नियुक्ति पत्र वितरित किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सभी नवनियुक्त सिपाही राज्य के विकास में योगदान देंगे।
लखनऊ, जेएनएन। CM Yogi Distributed Appointment Letters मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सुबह 11 बजे लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में आबकारी विभाग के नवनियुक्त सिपाहियों को नियुक्त पत्र वितरित किए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त आरक्षियों को शुभकामनाएं भी दीं। मुख्यमंत्री ने कहा ये मेरे लिए बहुत हर्ष का विषय है कि नवरात्रि के पावन दिनों में आबकारी आरक्षियों की भर्ती में 30 प्रतिशत बालिकाएं शामिल हैं।
राज्य सरकार के मिशन रोजगार के तहत हुई भर्तियां
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि शारदीय नवरात्रि के अवसर पर आपको ये नियुक्ति पत्र प्राप्त हो रहा है। मैं इसके लिए आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं। 332 आरक्षियों को आबकारी विभाग में अपने करियर को आगे बढ़ाने का एक अवसर प्राप्त हो रहा है। यह राज्य सरकार का मिशन रोजगार के अभियान का क्रम है। जो 332 आरक्षी हैं उनके चयन की प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी थी। आरक्षण के सभी नियमों का पालन करते हुए भर्ती प्रक्रिया पूरी हुई।
साढ़े पांच साल में पांच लाख युवाओं को मिला रोजगार
विगत साढ़े पांच वर्ष में ऐसे पांच लाख से अधिक उत्तर प्रदेश के युवाओं को हमने शासकीय सेवा के साथ जोड़ने में सफलता प्राप्त की है और आज वह सभी युवा अपनी प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ राज्य के विकास में दे रहे हैं। अभी सभी को आज उत्तर प्रदेश की सेवा का अवसर प्राप्त हो रहा है। इस मौके पर मैं आप सभी का स्वागत करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे लिए यह अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। नवरात्रि में हम लोग जगत जननी मां दुर्गा का पूजा अनुष्ठान करते हैं और इस भर्ती में 30 फीसदी केवल बालिकाओं का चयन हुआ है, आरक्षी के रूप में।
एल्कोहल से मदिरा के साथ दवाएं भी बनती हैं
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश का यह विभाग बहुत महत्वपूर्ण विभाग है। मुख्यमंत्री चुटकी लेते हुए कहा कि हमारे मंत्री जी कह रहे थे कि ये बदनाम विभाग है। यह बदनाम विभाग नहीं है। ये व्यवस्था को चेनलाइज करने का विभाग है। एक व्यवस्था के साथ जोड़ने वाला विभाग है। जहरीली शराब से समाज को अवगत कराने और उससे बचाने एवं इसके साथ ही नियम के अनुरुप उस कार्रवाई को बढ़ाने का है। जो डिस्टलरी लगाई जाती हैं उनसे एल्कोहल बनता है। इसके प्रयोग मदिरा बनाने में तो होता है पर इसका एक बहुत बड़ा हिस्सा दवा बनाने के काम आता है।
42 हजार करोड़ रुपये राजस्व का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि आबकारी विभाग ने जहरीली शराब पर अंकुश लगाने के साथ ही राजस्व भी बढ़ाया है। मार्च 2017 में जब मुख्यमंत्री बना था, तब आबकारी के 14 हजार करोड़ रुपये राजस्व की तुलना में 12 हजार करोड़ रुपये राजस्व ही आया था। खुशी है कि इस वित्तीय वर्ष के अंत में 42 हजार करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति होगी। यह विभाग के बदलाव को दर्शाता है।
10 लाख युवाओं को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जोड़ा गया- सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि जितनी शराब फैक्ट्री आजादी से अब तक प्रदेश में थी, उसकी आधी फैक्ट्री पांच साल में स्थापित की गई है। प्रदेश में 33 नई शराब फैक्ट्री में 10 हजार करोड़ का निवेश आया है। साथ ही एक लाख युवाओं को प्रत्यक्ष तथा 10 लाख युवाओं को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जोड़ा गया है। प्रदेश में उत्पादित हो रहे अल्कोहल का उपयोग दवा बनाने में भी हो रहा है। गर्व का विषय है कि उत्तर प्रदेश एथेनाल के उत्पादन में देश में सबसे आगे है।
मुख्यमंत्री की वजह से ईमानदार विभागों में नाम- आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल
आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने इस मौके पर कहा कि आज आबकारी विभाग के लिए बड़ा दिन है। सपा, बसपा सरकार में विभाग बदनाम था। मुख्यमंत्री की वजह से आज इसका ईमानदार विभागों में नाम है। पहले आबकारी में 14000 करोड़ का राजस्व आता था। इस बार 42000 करोड़ राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य मिला है। 100 दिन की कार्ययोजना को पूरा किया गया है। सब विभाग को आनलाइन कर दिया गया है। उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि ट्रांसफर-पोस्टिंग की कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए।