यूपी में बच्चों को इंसेफ्लाइटिस से मिली राहत, तो चिकनपॉक्स बनी 'समस्या' Lucknow News
उत्तर प्रदेश के लिए नई चुनौती बन रही है बच्चों में चिकनपॉक्स की समस्या।
लखनऊ [संदीप पांडेय]।राज्य में बच्चों पर बीमारियों का खतरा बरकरार है। एक तरफ जहां पुख्ता तैयारियों से इंसेफ्लाइटिस का प्रकोप घटा है। वहीं, चिकनपॉक्स का कहर बढ़ गया है।
राज्य में हर वर्ष एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) व जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) का प्रकोप रहता था। जून से अगस्त तक यह पूर्वाचल में कोहराम मचाता था। इस बार सरकार ने इंसेफ्लाइटिस से निपटने की पुख्ता तैयारी की थी। बच्चों में वैक्सीनेशन से लेकर बीमारियों के कारकों तक से निपटने का अभियान छेड़ दिया। ऐसे में एईएस-जेई के काल से तमाम बच्चों को तो बचा लिया। मगर, चिकनपॉक्स ने कई नौनिहालों को अस्पताल पहुंचा दिया। स्वास्थ्य विभाग के संचारी रोग विभाग की 16 अगस्त तक की रिपोर्ट चिकनपॉक्स को लेकर आगाह कर रही है। इसमें इंसेफ्लाइटिस का प्रकोप लगभग 50 फीसद घट गया। वहीं, चिकनपॉक्स के आंकड़े गत वर्ष की अपेक्षा दोगुना के करीब पहुंच गए।
जेई-एईएस के लक्षण: तेज बुखार, सिरदर्द, आंखें लाल होना, थकान, चिड़चिड़ापन, मुंह से झाग निकलना, झटके आना, बेहोश होना, सांस लेने में तकलीफ, गर्दन में ऐंठन, दांत बंध जाना, आंखें चढ़ जाना आदि लक्षण हैं।
चिकनपॉक्स के लक्षण: त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ना, शरीर में थकान, बुखार, भूख न लगना, खुजली, गले में खराश, सिरदर्द आदि। यह बीमारी प्रमुख रूप से साफ-सफाई का ध्यान न रखने से होती है। शरीर पर लाल दानों में मवाद भी कभी-कभार पड़ जाता है।
ऐसे करें बचाव: पीडियाटिक एसोसिएशन ने चिकनपॉक्स के टीके को काफी जरूरी बताया।मिजिल्स-रुबेला की तरह यह टीका भी वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल किया जाए। इससे बच्चों को बीमारी से सुरक्षा मिलेगी।
एक तरफ राहत, दूसरी तरफ जान की आफत
इंसेफ्लाइटिस पचास फीसद घटा चिकनपॉक्स दोगुना बढ़ा
बीमारी 2019 मृत्यु 2018 मृत्यु
चिकनपॉक्स 443 02 262 00
एईएस 782 33 1394 108
जेई 43 04 75 04