Chess Olympiad: सीएम योगी आदित्यनाथ ने विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद के साथ खेला शतरंज, देखें- तस्वीरें
Chess Olympiad 28 जुलाई से महाबलीपुरम में होने जा रहे शतरंज ओलिंपियाड की मशाल रिले रविवार को लखनऊ पहुंची। इस दौरान उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ पहुंचने पर शतरंज ओलिंपियाड मशाल रिले की जोरदार अगवानी की।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को नए रूप में दिखे। उन्होंने पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद के साथ शतरंज के खेल में दो-दो हाथ करते हुए दिखे। सोशल मीडिया पर दोनों की शतरंज खेलते हुए एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है। राजनीति और खेल जगत के दिग्गजों को एक साथ देख हर कोई अपने शब्दों में इसके मायने निकाल रहा है।
दरअसल, 28 जुलाई से महाबलीपुरम में होने जा रहे शतरंज ओलिंपियाड की मशाल रिले रविवार को लखनऊ पहुंची। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ पहुंचने पर शतरंज ओलिंपियाड मशाल रिले की जोरदार अगवानी की। विश्वनाथन आनंद इस समारोह के खास मेहमान रहे। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और विश्वनाथन आनंद शतरंज खेलते दिखे। दोनों ही गंभीरता से खेल का आनंद ले रहे हैं।
शह मात के खेल शतरंज के 44वें शतरंज ओलिंपियाड की मशाल रिले जैसे ही लखनऊ पहुंची शाम-ए-अवध की शाम और खिलखिला उठी। विधानसभा के बाहर मशाल रिले की अगवानी के लिए आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद व अन्य दिग्गजों ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विश्वनाथन आनंद के साथ शतरंज की बिछी बिसात पर भी हाथ आजमाए।
उम्र के पांचवें दशक को पार कर चुके पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद का सपना है कि देश के स्कूली शिक्षा में शतरंज को शामिल किया जाए। इससे हमारे बच्चों का मानसिक रूप से और मजबूत होंगे। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने कहा कि भारत में पहली बार 28 जुलाई से महाबलीपुरम में होने जा रहे शतरंज ओलिंपियाड को देश में खेल को लोकप्रिय बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम हैं।
विश्वनाथन आनंद ने कहा कि यह सबसे बड़ा शतरंज टूर्नामेंट है। अधिकांश टूर्नामेंटों में 10, 20 या अधिकतम 50 खिलाड़ी होते हैं, लेकिन यहां 2000 के करीब खिलाड़ी होंगे, तो इसकी तुलना ही नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, इसका बड़ा प्रभाव होगा, क्योंकि इसमें इतने सारे खिलाड़ियों को खेलते देखना शतरंज प्रेमियों को लंबे समय तक याद रहेगा। इसके साथ ही इसकी व्यापक कवरेज होगी और खेल की लोकप्रियता के ग्राफ को ऊपर ले जाएगा। आने वाले समय में लोग इसकी मिसाल देंगे।
विश्वनाथन आनंद इस बार बतौर मेंटोर भारतीय टीम के साथ हैं और भारत की संभावना के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, मेरी सोच ऐसी है कि अगर मैं खिताब के लिए फेवरिट भी हूं तो भी मुझे बड़बोलापन पसंद नहीं। अपने खेल पर फोकस करने पर जोर रहता हूं। पदक और जीत के बारे में लोग बात कर सकते हैं, लेकिन खिलाड़ी को अच्छा खेलने पर ही ध्यान देना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 44वें शतरंज ओलिंपियाड मशाल रिले की अगवानी करना हमारे लिए गौरव की बात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ओलंपियाड की मशाल रैली की शुरुआत करके इसे और भव्य बना दिया है। शतरंज से भारत का हजारों साल पुराना नाता रहा है। यह खेल हमें धैर्य और अनुशासन सिखाता है। साथ ही इस खेल से हमारे निर्णय लेने की क्षमता का भी विकास होता है।
इस अवसर पर भारतीय चेस फेडरेशन के अध्यक्ष बने डा. संजय कपूर ने मुख्यमंत्री से प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम में शतरंज को शामिल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि, यह इस देश के हर नागरिक के लिए बड़े ही गर्व का विषय है कि शतरंज ओलिंपियाड इस बार उस देश में हो रहा है, जहां से शतरंज की शुरुआत हई थी।
उस समय यह चतुरंग के नाम से जाना जाता था और समय के साथ इसकी प्रसिद्धि, समूचे विश्व के हर कोने में पहुंची और आज लगभग हर देश में शतरंज खेला जाता है। शतरंज ओलिंपियाड मशाल रिले भारत में शुरू की गई है। यह भारत के 75 शहरों का भ्रमण कर इसके प्रचार प्रसार का कार्य करेगी।
खेलमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि चेस ओलिंपियाड से जुड़कर बहुत अच्छा लगा है। खेल को बढ़ावा देने के लिए भाजपा सरकार लगातार बेहतर प्रयास कर रही है। समारोह में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव खेल कल्पना अवस्थी, खेल निदेशक डा. आरपी सिंह, यूपी शतरंज एसोसिएशन के महासचिव एके रायजादा समेत अन्य मौजूद रहे।
28 जुलाई से 10 अगस्त तक होगा 44वां शतरंज ओलिंपियाड : तमिलनाडु के महाबलीपुरम में 28 जुलाई से 10 अगस्त तक 44वां शतरंज ओलिंपियाड का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते रविवार को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में 44वें शतरंज ओलिंपियाड मशाल रिले को लांच किया था। इस मशाल को आयोजन स्थल महाबलीपुरम पहुंचने से पहले 40 दिनों की अवधि के दौरान देश के 75 शहरों में ले जाया जाएगा। ओलिंपियाड में लगभग 190 देशों के 2000 खिलाड़ी एक ही छत के नीचे खेलते हुए नजर आएंगे। यह मशाल यूपी में मेरठ, आगरा और कानपुर से होते हुए रविवार की शाम छह बजे यूपी की इंटरनेशनल मास्टर वंतिका अग्रवाल मशाल को लेकर लखनऊ पहुंचीं। विधानसभा के सामने मशाल रिले का जोरदार स्वागत किया गया। करीब दो घंटे के समारोह के बाद मशाल प्रयागराज के लिए रवाना होगी। इसके बाद वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर होते हुए राजस्थान के लिए रवाना हो जाएगी।