लखनऊ में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 20 लाख की ठगी, पुलिस ने आरोपित को दबोचा
रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर चार बेरोजगारों से 20 लाख रुपये की ठगी करने वाले शातिर जालसाज नित्यानंद को रविवार सुबह अलीगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के खिलाफ बीते करीब एक साल पहले मुकदमा दर्ज हुआ था।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर चार बेरोजगारों से 20 लाख रुपये की ठगी करने वाले शातिर जालसाज नित्यानंद को रविवार सुबह अलीगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के खिलाफ बीते करीब एक साल पहले मुकदमा दर्ज हुआ था। नित्यानंद कई अन्य लोगों से भी नौकरी के नाम पर ठगी की है। उस पर करोड़ों की ठगी का आरोप है।
एसीपी अलीगंज सैय्यद अली अब्बास ने बताया कि आरोपित नित्यानंंद गाजीपुर जनपद के नोरहरा मोहनपुरा का रहने वाला है। उसे सुबह क्षेत्र से मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया है। नित्यानंद और उसके दोस्त अभिषेक के खिलाफ 20 नवंबर 2020 को सीतापुर में रहने वाले मनोज ने मुकदमा दर्ज कराया था। मनोज के मुताबिक नित्यानंद और अभिषेक ने रेलवे में चतुर्थ श्रेणी के पद पर उनकी नौकरी लगवाने का दावा किया था। इसके लिए उसने रुपयों की मांग की।
मनोज ने बताया कि नौकरी के नाम पर उनके अलावा रिश्तेदार चंद्रमणि, अमित भार्गव और प्रवेश कुमार चारों ने मिलकर 20 लाख रुपये दिए थे। नित्यानंद ने बताया कि पश्चिम बंगाल के आसनसोल में उनकी नौकरी लगी है। जालसाजी की जानकारी होने पर नित्यानंद से रुपयों की मांग की तो उसने गाली-गलौज कर धमकी दी थी। इसके बाद मनोज ने मुकदमा दर्ज कराया था।
फर्जी नियुक्ति पत्र देकर भेज दिया था आसनसोलः इंस्पेक्टर अलीगंज धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि मनोज के मुताबिक नित्यानंद ने उन्हें फर्जी नियुक्तिपत्र दे दिया। नियुक्ति पत्र लेकर मनोज और उनके रिश्तेदार आसनसोल ज्वाइनिंग के लिए पहुंचे। वहां जाकर उन्हें पता चला कि नियुक्तिपत्र फर्जी है। इसके बाद मनोज ने फोनकर नित्यानंद से विरोध किया तो उसने गाली-गलौज कर धमकी दी थी।