पैसे लेकर मरीज का बनाया रेफरल, एंबुलेंस बुलाने पर थमा दिया शव
लखनऊ के गोमतीनगर स्थित निजी अस्पताल में मरीज को रेफर करने के लिए घरवालों से वसूले पैसे बदले में पकड़ाया मरीज का शव।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के गोमतीनगर स्थित एक निजी अस्पताल पर मरीज की मौत के बाद भी पैसा वसूलने के चक्कर में उसे तीन दिन से रेफर नहीं करने का आरोप है। परिवारजनों के मुताबिक बाद में जब अस्पताल शनिवार को तैयार भी हुआ तो कहा कि पहले पूरा बिल जमा कराइये फिर ले जाओ। इस पर परिवारजन राजी हो गए और दो लाख 40 हजार रुपये जमा करा दिए। इसके बाद मरीज को रेफर कराने की आई तब यह कह दिया कि उसकी मौत हो गई। यह सुन परिवारजन हैरान रह गए। आक्रोशित परिवारजनों ने देर तक हंगामा किया फिर पुलिस को भी सूचना दी। इसके बाद मरीज को लेकर घर चले गए।
यह है मामला
राजधानी में मड़ियांव के मुंसी खेड़ा निवासी सुधा देवी 65 वर्ष को परिवारजन तीन जून को निजी अस्पताल ले गए थे। उन्हें किडनी व शुगर की समस्या थी। बेटे संतोष सिंह ने बताया कि पहले ही दिन अस्पताल ने 90 हजार रुपये वसूल लिए। इसके बाद चार जून को उन्होंने दूसरे अस्पताल में रेफर करने का निवेदन किया। आरोप है कि दो दिन तक अस्पताल वाले टालमटोल करते रहे। फिर शनिवार को कहा कि बिल जमा कराओ और मरीज को ले जाओ। संतोष के मुताबिक उन्हें आशंका है कि मौत दो दिन पहले ही हो गई थी, लेकिन पैसा बनाने के लिए जानबूझकर अस्पताल ने मरीज को आइसीयू में रोके रखा। इसीलिए पूरा पैसा जमा कराने के बाद मौत होने की बात बताई। उन्होंने इसकी शिकायत सीएमओ, पुलिस व मुख्यमंत्री से करने की बात कही है। वहीं मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल का कहना है कि अभी हमारे पास शिकायत नहीं आई है। शिकायत मिलने पर संबंधित के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।