स्वच्छता के लिए बदलनी होगी सोच : कौशल राज
स्वच्छता ही सेवा विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बीकेटीके ग्राम प्रधानों की एक दिवसीय कार्यशाला में डीएम ने दिया संदेश
लखनऊ संवादसूत्र : स्वच्छ जगह व्यक्ति को प्रभावित करती है इसलिए साफ-सफाई के प्रति हम लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी। इसके लिए अब गांवों में 15 दिनों तक अभियान चलाया जाएगा। दो अक्टूबर से पहले गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित कराना होगा। यह बातें जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बीकेटी के क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान में स्वच्छता ही सेवा विषय पर आयोजित ग्राम प्रधानों की एक दिवसीय कार्यशाला में कहीं।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छता अभियान को ग्राम प्रधानों को अपने नेतृत्व में सफल बनाना है। कहा कि गांव में बेसिक समस्या कूड़ा है उसे घरों के आसपास न फेंके। इसके लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जाना चाहिए। स्कूलों में भी बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जाय। प्लास्टिक कचरे के प्रति भी जागरूक करें। ग्राम पंचायत के सदस्यों को भी अभियान से जोड़ें। कहा कि 15 दिनों में स्कूल और आंगनबाड़ी के शौचालय भी दुरुस्त कराएं। मां चंद्रिका देवी मेला परिसर को स्वच्छ बनाएं। दुकानें दूर व्यवस्थित कराने के लिए एसडीएम को कहा गया है। गोमती नदी के किनारे 41 गांव हैं वहां पुन: पौधरोपण कराया जाएगा। स्वच्छता अभियान चलाकर ग्राम प्रधान एक गांव को आदर्श बनाएं।
कार्यशाला में सीडीओ मनीष बंसल ने कहा एक व्यक्ति ने उन्हें वाट्सएप पर अपने घर के आसपास गंदगी की फोटो पोस्ट की और संदेश में लिखा सफाई कर्मचारी नहीं आते है। तो उन्होंने पूछा कि आपके घर में शौचालय है, तो जवाब मिला नहीं बना है। सीडीओ ने कहा कि लोग महंगा मोबाइल फोन तो रखते हैं लेकिन घर में शौचालय नहीं है। इस सोच को बदलना होगा। कार्यशाला में जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानों और स्वच्छाग्राहियों को स्वच्छता के लिये शपथ ग्रहण कराई। इसके बाद सीडीओ और डीपीआरओ प्रदीप कुमार, बीडीओ राजीव गुप्ता ने पौधरोपण किया। इससे पहले जिलाधिकारी ने गांवों में स्वच्छता के प्रति लोगों में जनजागरूकता के लिए हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथों को रवाना किया।