Conceptual Kumbh: दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन की ब्रांडिंग में होंगे दिग्गज
प्रयागराज में होने वाले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन कुंभ से पहले सरकार ने सभी वर्गों में इसकी ब्रांडिंग की मुकम्मल योजना तैयार की है।
लखनऊ (जेएनएन)। अगले साल मकर संक्रांति से लेकर महाशिवरात्रि तक प्रयागराज में होने वाले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन कुंभ से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सरकार ने मिलकर समाज के सभी वर्गों में इसकी ब्रांडिंग की मुकम्मल योजना तैयार की है। चार जगहों पर अलग-अलग विषयों पर होने वाले वैचारिक कुंभ इसका जरिया बनेंगे। इसी कड़ी में दिसंबर में लखनऊ में युवा कुंभ होना है।
युवा कुंभ युवाओं के लिए आकर्षण और लखनऊ के लिए बड़ा आयोजन सितारों से सजा होगा। इसमें बॉलीवुड की जानी-मानी हस्तियां तो होंगी ही, संगीत, कारपोरेट और औद्योगिक जगत के वे लोग भी होंगे जिनका अपने क्षेत्र में किसी स्टार से कम दर्जा नहीं है। इसके अलावा देश के पांच हजार उन चुनिंदा युवाओं को भी आमंत्रित किया गया है। जिन्होंने खुद के बूते अपने-अपने क्षेत्र में कुछ नया किया है।
सितारे जो होंगे इसका हिस्सा
फिल्म जगत - अक्षय कुमार, अजय देवगन, अनुपम खेर और मनोज जोशी, कैलाश खेर (गायक) , प्रसून जोशी (लेखक) और मधुर भंडारकर (फिल्म निर्माता)।
खेल जगत - बैडमिंटन के प्रसिद्ध कोच और इस रूप में पीवी सिंधु सहित कई खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोहरत दिलाने वाले पुलेला गोपीचंद, मुक्केबाजी में ओलंपिक पदक सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीतने वाली मैरी कॉम, धावक हिमा दास।
रामदेव, चिन्मय पांड्या, विज्ञानंद भी बढ़ाएंगे कुंभ की शोभा
योग गुरु रामदेव, पतंजलि समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आचार्य बालकृष्ण, देव संस्कृति विद्यालय हरिद्वार के चिन्मय पंड्या, विश्व हिंदू परिषद अमेरिका के स्वामी विज्ञानंद, इंफोसिस फाउंडेशन की सुधा मूर्ति, डीआरडीओ चेयरमैन जी. सतीश रेड्डी और अमेरिका की मशहूर गणितज्ञ मंजुल भार्गव को भी आमंत्रित किया गया है।
चार जगहों पर होंगे वैचारिक कुंभ
इस तरह के वैचारिक कुंभ चार जगह होने हैं। आयोजन स्थल के विश्वविद्यालयों को ही इसकी जिम्मेदारी दी गई है। मसलन युवा कुंभ का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय करेगा तो काशी में होने वाले कुंभ की जिम्मेदारी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की। इसी तरह मथुरा-वृंदावन के लिए डॉ.भीमराव अंबेडकर, अयोध्या के लिए डॉ.राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी दी गई है। आयोजन के पीछे की मूल सोच संघ की है। लिहाजा इसके भी प्रमुख लोग इसमें शामिल है।