रायबरेली ट्रेन दुर्घटना की CCRS जांच 12 अक्टूबर से , दर्ज होंगे ड्राइवर-गार्ड के बयान
दर्ज होंगे ड्राइवर और गार्ड के बयान, डाटा लॉगर की मिली रिपोर्ट। दुर्घटना में सिग्नल अनुभाग की लापरवाही आ रही सामने।
लखनऊ(जेएनएन)। रायबरेली के हरचंदपुर में बुधवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुई न्यू फरक्का एक्सप्रेस मामले की जांच मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त एसके पाठक शुक्रवार से करेंगे। दो दिनों तक लखनऊ स्थित डीआरएम कार्यालय में ट्रेन ड्राइवरों, गार्ड, टीटीई, हरचंदपुर के स्टेशन मास्टर और सिग्नल सहित कई अनुभागों के कर्मचारियों के बयान दर्ज करेंगे। इस बीच जिस प्वाइंट पर न्यू फरक्का एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी, उसे जांच के लिए लखनऊ लाया गया है। सीसीआरएस को डाटा लॉगर की रिपोर्ट भी सौंप दी गई है।
ये है पूरा मामला
माल्दा टाउन से नई दिल्ली जा रही ट्रेन 14003 न्यू फरक्का एक्सप्रेस हरचंदपुर स्टेशन के पास बुधवार सुबह 6:04 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। यह ट्रेन मेन लाइन की जगह लूप लाइन पर चली गई थी। लूप लाइन 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति के लिए फिट था जबकि मेन लाइन के सिग्नल को देखकर ट्रेन 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से दौड़ रही थी। यह पूरा नॉन इंटरलॉकिंग रेलखंड है। इसकी सिग्नल प्रणाली आधुनिक है। माना जा रहा है कि प्वाइंट सेटिंग में कुछ तकनीकी गड़बड़ी हुई, जिस कारण सिग्नल तो मेन लाइन का मिला और प्वाइंट, लूप लाइन का सेट हो गया था। इस मामले में बुधवार को ही रेल संरक्षा आयोग की टीम मौके पर पहुंची थी और डिप्टी सीआरएस इंदू दुबे व संरक्षा से जुड़े अधिकारी बलबीर ने घटनास्थल के पास स्थित लोकेशन बॉक्स 42 ए व 42 बी को सील करवा दिया था। प्वाइंट के ऊपर पहिए के रगड़ के निशान पाए गए जबकि गलत लाइन पर जाने पर प्वाइंट का एक हिस्सा टूटा मिला।
डाटा लॉगर में बंद कई राज
इस घटना की जांच में ट्रेन ड्राइवर का बयान, गार्ड और टीटीई से पूछताछ व स्टेशन मास्टर से मिली जानकारी के साथ डाटा लॉगर की रिपोर्ट का मिलान किया जाएगा। डाटा लॉगर में सिग्नल प्वाइंट के सेट होने से जुड़ी सभी गतिविधियां होंगी।
26 घंटे बाद ट्रेन संचालन बहाल
रेलवे ने घटना के 26 घंटे 16 मिनट बाद हरचंदपुर रेल लाइन पर टे्रन संचालन बहाल कर दिया। रेलवे ने लाइन नंबर तीन को फिट कर सुबह 8:20 बजे पहले एक मालगाड़ी गुजारी गई। इसके बाद इलाहाबाद जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस को चलाया गया। हालांकि इस रूट पर अभी कॉशन लगा हुआ है। जिसके चलते ट्रेनें एक से डेढ़ घंटे तक खड़ी हो रही हैं।