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सेटेलाइट से परीक्षा पर नजर रखेगा CBSI, लापरवाही पर होगी कार्रवाई Lucknow News

188 स्कूल लखनऊ में हैं सीबीएसई के जिन पर रखी जाएगी नजर। 01 जनवरी से शुरू हो जाएगा प्रैक्टिकल एग्जाम सात फरवरी तक होगा।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 04:25 PM (IST)Updated: Mon, 16 Dec 2019 08:23 AM (IST)
सेटेलाइट से परीक्षा पर नजर रखेगा CBSI, लापरवाही पर होगी कार्रवाई Lucknow News
सेटेलाइट से परीक्षा पर नजर रखेगा CBSI, लापरवाही पर होगी कार्रवाई Lucknow News

लखनऊ [सौरभ शुक्ला]। सीबीएसई इस बार सेटेलाइट से प्रैक्टिकल और लिखित परीक्षा पर नजर रखेगा। प्रैक्टिकल परीक्षा एक जनवरी 2020 से सात फरवरी तक होगी। वहीं, कौशल विषयों के लिए थ्योरी परीक्षा की संभावित तिथि 15 फरवरी बताई गई है।

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सेटेलाइट से परीक्षा पर नजर रखने और इस दौरान व्यवस्था संचालन के लिए सीबीएसई एक एप भी इजाद कर रहा है। जिसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। इस एप को सेटेलाइट से कनेक्ट किया जाएगा। इस एप को सभी परीक्षा व्यवस्थापक डाउनलोड करेंगे और उस पर परीक्षार्थियों की संख्या, परीक्षा विषय, रोल नंबर, कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी का ब्योरा सहित अन्य जरूरी जानकारी एप पर देनी होगी। एप से केंद्र व्यवस्थापक और परीक्षक से लेकर सीबीएसई के अधिकारी तक जुड़े रहेंगे।

केंद्र का एक दिन पहले होगा निरीक्षण

प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए एक आंतरिक और एक वाह्य परीक्षक नियुक्त किया जाएगा। वाह्य परीक्षक को परीक्षा के एक दिन पहले जाकर केंद्र का निरीक्षण करना होगा। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि पूर्व में पाया गया कि शहरों और दूर दराज के ग्रामीण इलाकों के स्कूलों द्वारा प्राय: प्रायोगिक परीक्षा को गंभीरता से नहीं कराया जा रहा था। अधिकतर स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षा के दौरान बिना प्रश्न पत्र तैयार किए सिर्फ खानापूर्ति करके प्रायोगिक परीक्षा ले ली जाती थी। प्रायोगिक परीक्षा में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए व बोर्ड के नियमों के अनुसार परीक्षा करवाई जाए यह सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड द्वारा गोपनीय ढंग से प्रत्येक परीक्षा केंद्र हेतु डेट सीट के अनुसार आब्र्जबर द्वारा औचक निरीक्षण भी किया जाएगा।

लापरवाही पर होगी कार्रवाई

सभी स्कूलों में प्रयोगिक परीक्षा के लिए उत्तर पुस्तिका दिसंबर के अंतिम सप्ताह से पहले मिल जाएगी। प्रायोगिक परीक्षा में किसी तरह की लापरवाही होगी तो संबंधित स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी। इस परीक्षा में सारे परीक्षार्थी शामिल होंगे, इसके लिए स्कूलों को प्रपत्र भी भेजा गया है। हर दिन स्कूल को रिपोर्ट करनी होगी।

क्‍या कहते हैं जिम्‍मेदार ?

विद्यार्थी विज्ञान मंथन के राज्य समन्वयक सुशील द्विवेदी का कहना है कि सीबीएसई द्वारा इस बार प्रयोगिक और परीक्षाओं की निगरानी के लिए अत्याधुनिक तकनीक सेटेलाइट एप का सहारा लिया जा रहा है। यह एक पारदर्शी व्यवस्था होगी।

ये भी जानें 

  • परीक्षा से संबंधित ब्योरा और केंद्र व्यवस्थापकों से समन्वय के लिए जल्द एप लॉन्च किया जाएगा। 
  • प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए परीक्षक को एक दिन पहले जाकर केंद्र का निरीक्षण करना होगा। 

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