UP: CBI ने इनफोर्समेंट अधिकारी के विरुद्ध दर्ज की FIR , फर्जी जाति प्रमाणपत्र के जरिये हासिल की नौकरी
मथुरा के मीनानगर निवासी रमेश चंद्र ने अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाणपत्र बनवाया था और उसके जरिये नौकरी हासिल की थी। अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाणपत्र राजस्थान के सवाई माधोपुर के सब डिवीजन मजिस्ट्रेट के यहां से जारी हुआ था।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। सीबीआइ लखनऊ की स्पेशल क्राइम ब्रांच ने इंप्लाइज प्रॉविडेंट फंड आर्गनाइजेशन (ईपीएफओ) के इनफोर्समेंट अधिकारी रमेश चंद्र मीना के विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। सीबीआइ ने मूलरूप से राजस्थान का निवासी होने का दावा कर फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाने वाले रमेश चंद्र मीना के विरुद्ध धोखाधड़ी व षड्यंत्र की धाराओं में केस दर्ज किया है।
आरोप है कि मथुरा के मीनानगर निवासी रमेश चंद्र ने अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाणपत्र बनवाया था और उसके जरिये नौकरी हासिल की थी। अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाणपत्र राजस्थान के सवाई माधोपुर के सब डिवीजन मजिस्ट्रेट के यहां से जारी हुआ था। रमेश चंद्र ने मीणा जाति का होने का झूठा दावा कर प्रमाणपत्र बनवाया था। राजस्थान में राजस्व विभाग के अभिलेखों में उसके अनुसूचति जाति के होने का कोई प्रमाण नहीं पाया गया। आरोपित रमेश चंद्र को अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र 14 जून, 1983 को जारी हुआ था और वर्ष 1985 में ईपीएफओ विभाग में लिपिक संवर्ग से उसने नौकरी की शुरुआत की थी।
सीबीआइ अब फर्जी प्रमाणपत्र बनवाने में रमेश चंद्र के मददगारों की भी जांच करेगी। सीबीआइ ने मामले में शुरुआती जांच के बाद रेगुलर केस दर्ज कर विवेचना शुरू की है। आरोपित रमेश चंद्र वर्तमान में गुरुग्राम में तैनात है। बताया गया कि रमेश चंद्र ने अपने बेटे का अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र बनवाने के लिए मथुरा में आवेदन किया था, जिसकी जांच में पूरा मामला सामने आया था।