424 करोड़ की बैंक ठगी केस में दिल्ली व बुलंदशहर में सीबीआई की छापेमारी, हाथ लगे ठोस साक्ष्य
बुलंदशहर की कंपनी संतोष ओवरसीज लिमिटेड ने बैंकों के कंसोर्टियम का लगभग 424 करोड़ रुपये हड़पा है। इस केस में सीबीआई ने बुलंदशहर और दिल्ली स्थित कंपनी के ठिकानों पर छापे मारे।
लखनऊ, जेएनएन। केंद्रीय अंवेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने करीब 424 करोड़ की बैंक ठगी के मामले में दिल्ली और बुलंदशहर में छापेमारी की है। बुलंदशहर की कंपनी संतोष ओवरसीज लिमिटेड ने बैंकों के कंसोर्टियम का लगभग 424 करोड़ रुपये हड़पा है। यह मामला सामने आने के बाद सीबीआई ने गुरुवार को बुलंदशहर और दिल्ली स्थित कंपनी के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। इस दौरान कई दस्तावेज कब्जे में लिए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि उन दस्तावेजों मेें कई फर्जी फर्मों के साथ करोड़ों रुपये का लेनदेन किए जाने के ठोस साक्ष्य मिले हैं। सीबीआइ ने संतोष ओवरसीज लिमिटेड कंपनी के मालिक सुनील मित्तल के कार्यालय व आवास पर भी लंबी छानबीन की। देर रात तक सीबीआई छानबीन कर रही थी।
सीबीआई ने करोड़ों के बैंक फ्रॉड के इस मामले का केस दर्ज किया है। सीबीआई जांच के घेरे में कई बैंक अधिकारियों की भूमिका भी है। सीबीआई प्रवक्ता के अनुसार बुलंदशहर की संतोष ओवरसीज लिमिटेड कंपनी के मालिक सुनील मित्तल ने आइडीबीआई बैंक समेत सात बैंकों के कंसोर्टियम से करीब 424 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। कंपनी ने सामान की खरीद के फर्जी आर्डर बैंक को दिए थे, जिससे उस पर किसी को संदेह न हो।
कंपनी ने कंसोर्टियम के अलावा दूसरे बैंक में अलग से चालू खाता भी खेला था, जिसके जरिए भी करोड़ों रुपये का लेन-देन किया गया। बैंक ने कंपनी के खातों को एनपीए घोषित कर जब छानबीन की तो ठगी सामने आई। जिन फर्मों के जरिए कारोबार का दावा किया गया था, उनके पास टिन नंबर तक नहीं थे। बैंक के विजिलेंस विभाग की जांंच के बाद यह मामला सीबीआई के हवाले किया गया है।
तीन साल से बंद है मिल : बुलंदशहर के सिकंदराबाद नगर के औद्योगिक क्षेत्र स्थित संतोष राइस मिल में गुरुवार दोपहर सीबीआई की टीम जांच के लिए पहुंची। टीम ने करीब दो घंटे से अधिक समय मिल का गेट बंद कर कागजात की जांच की। औद्योगिक क्षेत्र स्थित संतोष राइस मिल पिछले तीन साल से बंद है। गुरुवार दोपहर दिल्ली से सीबीआई की एक टीम बुलंदशहर पहुंची और एसएसपी को सूचना दी। इस पर एसएसपी ने टीम को पुलिस बल उपलब्ध करा दिया। इसके बाद टीम संतोष मिल पर पहुंची और यहां मिल का गेट बंद कर अंदर करीब दो घंटों से अधिक समय तक जांच-पड़ताल की। एसएसपी संतोष कुमार का कहना है कि सीबीआई के एक अधिकारी ने उनसे संपर्क किया था, जिसके बाद पुलिस बल उपलब्ध कराया गया।