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रेल अधिकारी के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति केस में CBI का बड़ा एक्शन, लखनऊ समेत 4 ठिकानों पर छापा

सीबीआइ ने आरडीएसओ के निदेशक (दूरसंचार) नवनीत कुमार वर्मा के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज कर उनके चार ठिकानों पर छापेमारी की है। लखनऊ के मानकनगर स्थित उनके कार्यालय व आवास के अलावा जौनपुर व मऊ स्थित दो ठिकानों पर कार्रवाई की गई है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 07:49 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jul 2021 01:08 AM (IST)
रेल अधिकारी के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति केस में CBI का बड़ा एक्शन, लखनऊ समेत 4 ठिकानों पर छापा
सीबीआइ ने आरडीएसओ के निदेशक के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज कर छापेमारी की है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। सीबीआइ ने रेल मंत्रालय के तहत अनुसंधान और विकास संगठन आरडीएसओ के निदेशक (दूरसंचार) नवनीत कुमार वर्मा के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज कर उनके चार ठिकानों पर छापेमारी की है। लखनऊ के मानकनगर स्थित उनके कार्यालय व आवास के अलावा जौनपुर व मऊ स्थित दो ठिकानों पर छापेमारी के दौरान सीबीआइ ने निवेश से जुड़े कई दस्तावेज व अन्य अहम कागजात बरामद किए हैं। सीबीआइ ने अपने केस में नवनीत कुमार वर्मा की पत्नी गुंजा वर्मा को भी आरोपित बनाया है।

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सीबीआइ प्रवक्ता का कहना है कि निदेशक (दूरसंचार) आरडीएसओ, लखनऊ नवनीत कुमार वर्मा व उनकी पत्नी गुंजा वर्मा के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया है। सीबीआइ की अलग-अलग टीमों ने शुक्रवार को लखनऊ, जौनपुर व मऊ स्थित चार स्थानों पर छानबीन की। सीबीआइ ने नवनीत वर्मा के लखनऊ स्थित कार्यालय व आवास में घंटों छानबीन की और कई अहम दस्तावेज जुटाए।

सूत्रों का कहना है कि नवनीत वर्मा के जौनपुर स्थित पैतृक आवास व मऊ स्थित ससुराल में भी छानबीन की गई। वह आइआरएसएसइ (इंडियन रेलवे सर्विस आफ सिग्नल इंजीनियरिंग) सेवा के 2006 बैच के अधिकारी हैं। पदोन्नति मिलने के बाद नवनीत वर्मा की तैनाती पूर्वोत्तर रेलवे में बंगाल के मालदा टाउन में सीनियर डिविजनल सिग्नल एंड टेलीकॉम इंजिनियर के रूप में हुई थी। जहां वह वर्ष 2015 से 2016 के मध्य तैनात रहे। इसके बाद ज्वाइंट डायरेक्टर (एस एंड टी) के पद पर अर्बन ट्रांसपोर्ट एंड हाई स्पीड आरडीएसओ लखनऊ में वर्ष 2017 से अगस्त 2018 तक नियुक्त रहे।

आरोप है कि नवनीत वर्मा ने एक जनवरी 2015 से 31 दिसंबर 2017 के बीच अपनी आय से करीब 76.45 लाख रुपये से अधिक की संपत्तियां जुटाई। जो इस अवधि में उनके आय के ज्ञात श्रोतों से अधिक है। आरोपित ने इस दौरान अपने व पत्नी के नाम 81.42 लाख रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्तियां भी जुटाईं। सीबीआइ अब बरामद दस्तावेजों के जरिए अपनी छानबीन के कदम आगे बढ़ा रही है।


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