कुलदीप सिंह सेंगर के मददगारों पर कसता जा रहा है सीबीआई का शिकंजा
विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को हिरासत में लेने के बाद अब सीबीआई ने कॉल डिटेल्स के आधार पर मददगारों की लिस्ट तैयार करने में जुट गई।
लखनऊ (जेएनएन)। उन्नाव के बांगरमऊ से भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है। सीबीआई सेंगर के साथ ही उसकी मदद करने वाले हर शख्स को रडार पर रखे है।
अब जांच एसेंजी का शिकंजा उत्तर प्रदेश पुलिस के सेंगर के मददगारों पर भी कस गया है। विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को हिरासत में लेने के बाद अब सीबीआई ने कॉल डिटेल्स के आधार पर मददगारों की लिस्ट तैयार करने में जुट गई। जांच एजेंसी ने माखी के एसओ और चौकी इंचार्ज के साथ-साथ नपे चार कांस्टेबल की गतिविधियों पर भी नजर रखे है। इसके साथ ही उन्नाव में एसपी रहीं नेहा पाण्डेय तथा निलंबित सीओ के साथ अन्य को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। इनके साथ ही कई पुलिस अफसर भी सीबीआई के राडार पर हैं।
उन्नाव जिले की बांगरमऊ सीट से भारतीय जनता पार्टी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का शिकंजा कस चुका है। सीबीआई बीजेपी विधायक पर लगे रेप के आरोप, पीडि़ता के पिता की हत्या, युवती के पिता पर दर्ज आर्म्स ऐक्ट के मामले की जांच में जुट गई है। आज ही सीबीआई ने उन्नाव के माखी थाने के तत्कालीन एसओ केपी सिंह समेत छह पुलिसकर्मियों को हिरासत में लिया। इसी बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह पहली बार उन्नाव केस पर चुप्पी तोड़ी। उन्होंने इस प्रकरण को शर्मनाक बताया।
इससे पहले कल रात गृह विभाग ने उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म मामले की फाइल यूपी पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर कर दी। मामले में आगे की कार्रवाई सीबीआई ही करेगी। बताया जा रहा है कि सीबीआई को मामला सौंपने की सलाह भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने दी थी। इसके अनुसार ही कल सुबह सरकार ने सेंगर के खिलाफ केस दर्ज कराकर गेंद सीबीआई के पाले में फेंक दी थी।