CBI ने बिछाया जाल, फंसता चला गया रेलवे का वरिष्ठ मंडलीय अभियंता; घूस लेते रंगे हाथ दबोचा
सीबीआई ने पूर्वाेत्तर रेलवे वाराणसी के वरिष्ठ मंडलीय अभियंता सत्यम कुमार सिंह को दो लाख रुपये की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोप है कि अभियंता ने रेलवे में चार करोड़ रुपये के ठेके के बदले में यह रकम मांगी थी। सीबीआई ने अभियंता के आवास और अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर कई दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सीबीआइ ने पूर्वाेत्तर रेलवे वाराणसी के वरिष्ठ मंडलीय अभियंता सत्यम कुमार सिंह को दो लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया है। सीबीआइ ने अभियंता के आवास व अन्य ठिकानों पर छापेमारी भी की। सीबीआइ ने संपत्तियों के कई दस्तावेज भी बरामद किए हैं। जिनके आधार पर आगे की छानबीन की जा रही है।
गोरखपुर निवासी राजपूताना शक्ति इंटरनेशनल फर्म के संचालक महेन्द्र कुमार सिंह ने रेलवे में चार करोड़ रुपये का ठेका लिया है। उन्होंने पूर्वाेत्तर रेलवे के वाराणसी कार्यालय से 25 जुलाई को थावे से छपरा रेलवे ट्रैक के रखरखाव से जुड़े दो टेंडर हासिल किए थे। जिसका लेटर आफ एक्सेप्टेंस भी जारी हो चुका है।
एंटी करप्शन ब्रांच ने जांच के बात बिछाया जाल
महेन्द्र सिंह ने सीबीआइ से शिकायत की थी टेंडर के बदले वरिष्ठ मंडलीय अभियंता दो लाख रुपये की मांग कर रहे थे। रकम न देने पर उन्हें काम में बाधा डालने व भविष्य में बिलों काे पास न किए जाने की धमकी दी जा रही थी। सीबीआइ लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने आरंभिक जांच के बाद अपना जाल बिछाया और मंगलवार को वाराणसी स्थित कार्यालय से सत्यम कुमार सिंह को दो लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआइ ने आरोपित के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। अब आय से अधिक संपत्ति की भी जांच होगी। मामले में कुछ अन्य अभियंताओं व कर्मचारियों की भी भूमिका जांच के घेरे में है। सीबीआइ ने आरोपित को लखनऊ लाकर लंबी पूछताछ की। उसे बुधवार को विशेष न्यायाधीश, सीबीआइ की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपित अभियंता को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।