'कैशलेस' शताब्दी का सबसे बड़ा घोटाला : प्रमोद तिवारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब अपराधबोध हो गया है, इसीलिए उनके सुर-लय-ताल बदल गए हैं। जनता की खामोशी तूफान के पहले की खामोशी है, जो मतदान बूथ पर निकलेगी।
कानपुर (जेएनएन)। नोटबंदी के बाद से लगातार सवाल उठा रही कांग्रेस के तेवर अब और तीखे हो गए हैं। राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी सोमवार को यहां प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। कहा कि 'कैशलेस' शताब्दी का सबसे बड़ा घोटाला है। पत्रकारों से बात में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब अपराधबोध हो गया है, इसीलिए उनके सुर-लय-ताल बदल गए हैं। जनता की खामोशी तूफान के पहले की खामोशी है, जो मतदान बूथ पर निकलेगी। भाजपा वैसे ही साफ होगी, जैसे 1977 में हम (कांग्रेस) हुए थे। सपा से गठबंधन की संभावनाओं को खारिज किया। प्रियंका गांधी के सक्रिय होते ही कई लोगों के बिस्तर गोल हो जाएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की।
ये हैं सवाल और आरोप
- प्रधानमंत्री पेटीएम का प्रचार कर रहे हैं। सरकार स्पष्ट करे क्या 'अलीबाबा कंपनी का चीन से संबंध है?
- ङ्क्षहदुस्तान में इससे होने वाली खरीदारी का कमीशन क्या चीन नहीं जाएगा?
- चीन आतंकवाद में पाकिस्तान को मदद कर रहा है। क्या इस तरह चाहे-अनचाहे कैशलेस के जरिये आतंकवाद की मदद नहीं हो रही?
- क्रेडिट व डेबिट कार्ड की सुविधा देने वाली कंपनियों को ट्रांजेक्शन का कमीशन नहीं मिलेगा क्या? यह पैसा आम आदमी की जेब से जाएगा या नहीं?
- प्रधानमंत्री की लखनऊ रैली में भीड़ लाने के लिए हजारों बसें लगाई गईं। उस पर 15-20 करोड़ रुपये खर्च हुआ होगा। उसका भुगतान क्या कैशलेस किया?