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पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ कानपुर व वाराणसी में राजद्रोह का मामला दर्ज

पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने पर देशभर में किरकिरी करा चुके पूर्व क्रिकेटर, कांगेस नेता एवं पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू फंसते नजर आ रहे हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 21 Aug 2018 04:18 PM (IST)Updated: Tue, 21 Aug 2018 05:00 PM (IST)
पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ कानपुर व वाराणसी में राजद्रोह का मामला दर्ज
पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ कानपुर व वाराणसी में राजद्रोह का मामला दर्ज

लखनऊ (जेएनएन)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तानी सेना प्रमुख को झप्पी देने के मामले में पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के मंत्री तथा पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की खासी किरकिरी हो रही है। बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश के कानपुर तथा वाराणसी में सिद्धू के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज कराया गया है। कानपुर में इस मामले में 27 अगस्त को सुनवाई होगी।

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पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने पर देशभर में किरकिरी करा चुके पूर्व क्रिकेटर, कांगेस नेता एवं पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू फंसते नजर आ रहे हैं। कानपुर में एक अधिवक्ता ने पाकिस्तान सेना प्रमुख को गले लगाना अपराध बताते हुए परिवाद दाखिल किया, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए सुनवाई के लिए तारीख तय कर दी है।

कानपुर के अधिवक्ता प्रियांशु सक्सेना ने महानगर मजिस्ट्रेट-7 की कोर्ट में परिवाद दाखिल किया है। उन्होंने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देते हुए आरोप लगाया है कि एक कार्यक्रम के दौरान कांगेस नेता व पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा के गले मिलने की खबर समाचार पत्रों में पढ़ी। सिद्धू भारतीय सुरक्षा को भेद की कमर जावेद से कानाफूसी कर रहे हैं।

वहां पर ऐसा करके सिद्धू ने जघन्य अपराध किया है, जिसको देखकर व पढ़कर परिवादी की दूरदर्शिता और देशभक्ति पूरी तरह से प्रज्ज्वलित हो गई है। इस संबंध में उन्होंने एक प्रार्थना पत्र ही न्यायालय में दिया है, जिसमें सिद्धू को तलब कर देशद्रोह के आरोप में दंडित करने की अपील की है। न्यायालय ने परिवार दर्ज कर लिया है और सुनवाई के लिए 27 अगस्त तय की है।

नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ बिहार के बाद कानपुर तथा वाराणसी की एक अदालत में परिवाद दर्ज किया गया है। नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ बिहार के बाद कानपुर तथा वाराणसी की एक अदालत में परिवाद दर्ज किया गया है। वाराणसी में नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज दर्ज किया गया है। वाराणसी के एसीजेएम-9 की कोर्ट में धारा 121A, 124A और धारा 511 के तहत मामला दर्ज हुआ। अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ। अधिवक्ता ने शिकायत में कहा है कि सिद्धू के पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष से गले मिलने पर देश के सैनिकों का मनोबल घटा है। साथ ही इससे पाकिस्तानियों का मनोबल बढ़ा है। एसीजेएम-9 की कोर्ट अब इस मामले में 23 अगस्त को अगली सुनवाई होगी।

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू 17 अगस्त को पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। इस दौरान इमरान खान के शपथ ग्रहण में सिद्धू पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा से गले मिले थे। इस पर भारत में काफी हंगामा हो रहा है। भाजपा ने उन पर अपने हमले तेज कर दिए हैं। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू के विरोध में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गले मिलना ठीक नहीं है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।

सिद्धू ने बाजवा को गले लगाने के अपने कदम का बचाव किया। उन्होंने कहा कि यदि कोई मेरे पास आए और कहे कि हम एक ही कल्चर से ताल्लुक रखते हैं और हम गुरु नानकदेव के 550वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर सीमा को खोलेंगे तो मैं क्या करता। सिद्धू ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के प्रेसिडेंट के पास बैठने पर भी सफाई दी। उन्होंने बताया कि यदि आपको मेहमान के रूप में बुलाया जाता है तो जहां बैठने को कहा जाता है, आप वहीं पर बैठते हैं। मैं कहीं और बैठा था, लेकिन मुझे पीओके के प्रेसिडेंट मसूद खाने के पास बैठने को कहा गया। 


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