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अंडरवर्ल्ड डान छोटा शकील के गुर्गे समेत छह पर लखनऊ में मुकदमा, 72 करोड़ हड़पने का मामला

इंस्पेक्टर गोमती नगर केके तिवारी के मुताबिक विपुलखंड में रहने वाले प्रशांत सिंह पिसेशिया पावर ट्रांसमिशन कंपनी के निदेशक हैं। कंपनी में जापलिंग रोड शालीमार इमराल्ड में रहने वाली वंदना भी निदेशक थीं। विवेक ने कंपनी में तुषार नागर को सीए के रूप में जोड़ा।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 16 Nov 2021 08:07 PM (IST)Updated: Wed, 17 Nov 2021 07:04 AM (IST)
अंडरवर्ल्ड डान छोटा शकील के गुर्गे समेत छह पर लखनऊ में मुकदमा, 72 करोड़ हड़पने का मामला
गोमतीनगर कोतवाली में एक कंपनी के निदेशक ने दर्ज कराया मुकदमा।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। अंडरवर्ल्ड डान छोटा शकील के गुर्गे कुलविंदर और उसके करीबी विवेक यादव समेत छह पर 72 करोड़ की हेराफेरी कर रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए एक कंपनी के निदेशक प्रशांत सिंह ने गोमतीनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, विनोद के रिश्ते जेल में बंद एक मंत्री से रिश्ते भी बताए जा रहे हैं। पुलिस आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है।

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इंस्पेक्टर गोमती नगर केके तिवारी के मुताबिक विपुलखंड में रहने वाले प्रशांत सिंह पिसेशिया पावर ट्रांसमिशन कंपनी के निदेशक हैं। कंपनी में जापलिंग रोड शालीमार इमराल्ड में रहने वाली वंदना भी निदेशक थीं। वंदना के पति विवेक यादव जुड़े। विवेक ने कंपनी में तुषार नागर को सीए के रूप में जोड़ा। इसके बाद नवी मुंबई गोरेगांव के कुलविंदर सिंह उनके साथी विदनो और मनोज भी कंपनी के शेयर होल्डर बने। कुलविंदर के रिश्ते अंडवर्ल्ड से थे। इसकी जानकारी बाद में हुई। प्रशांत ने बताया कि वह व्यस्तता के कारण कंपनी में काम कम देख पाते थे। काम मुख्य रूप से वंदना और उनके पति विवेक ही संभालते थे। वंदना ने कंपनी में 28 लाख रुपये का निवेश किया और शेयर ले लिए।

प्रशांत के मुताबिक कुछ समय पहले उनकी कंपनी को राजकीय निर्माण निगम से प्रयागराज जिले में भूमिगत केबल डालने का काम मिला था। वह इस काम की देखरेख कर रहे थे। इस बीच वंदना और विवेक ने मिलकर कंपनी से पांच करोड़ रुपये का लोन एसवीवाइ इंफ्रा कंपनी को दे दिया। इसकी जानकारी भी नहीं दी। एसवीवाइ कंपनी के संचालक थे। विवेक और वंदना की करीबी मुंबई का कुलविंदर सिंह है। दोनों ने कुलविंदर को भी छह करोड़ रुपये दिए। इसके अलावा अन्य मदों में कपनी के बिलों और भुगतान आर्डर में हेराफेरी कर उक्त लोगों ने करीब 72 करोड़ रुपये हड़प लिए। प्रशांत का आरोप है कि कुलविंदर वर्ष 2020 में मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किया गया था। उसके संबंध छोटा शकील से हैं।

प्रशांत ने बताया कि उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को दी। उसके बाद जांच हुई। फिर गोमतीनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, प्रशांत ने बताया कि विवेक के संबंध जेल में बंद एक पूर्व मंत्री से भी हैं। वह उनका सारा काम देखता था। इंस्पेक्टर ने बताया कि प्रशांत की तहरीर पर विवेक यादव, वंदना, कुलविंदर, मनोज कुमार सिंह, तुषार नागर सेमत छह के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है।


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