राजधानी में सर्विस सेंटर बने वाहन चोरों का नया ठिकाना, CC कैमरे में कैद हुआ ये नजारा
खुद को कंपनी का कर्मचारी होने का झांसा देकर पार कर रहे वाहन। सक्रिय गिरोह एक दर्जन से अधिक गाड़ियां कर चुका है पार।
लखनऊ[ज्ञान बिहारी मिश्र]। मेहनत की गाढ़ी कमाई से खरीदी गई गाड़ी को अगर वर्कशॉप पर सर्विस के लिए लेकर जा रहे हैं तो जरा हो जाइए। घर के बाहर, गलियों व सड़कों से गाड़ियां चोरी होने के बाद अब कंपनी के सर्विस सेंटर भी महफूज नहीं हैं। पिछले कुछ माह में राजधानी के अलग-अलग हिस्से में स्थित सर्विस सेंटरों से करीब एक दर्जन से अधिक वाहन चोरी हो चुके हैं। इसका खामियाजा गाड़ी मालिकों को भुगतना पड़ रहा है।
वहीं वर्कशॉप मालिक जिम्मेदारी लेने से कतरा रहे हैं। सवाल यह है कि इन चोरियों की जवाबदेही किसकी है? विनय खंड गोमती नगर निवासी सौमिल सिंह ने विभूतिखंड स्थित गोल्डरश वर्कशॉप में अपनी सफारी गाड़ी मरम्मत के लिए दी थी। आरोप है कि रुपये जमा करने के बाद सौमिल ने गाड़ी मांगी तो कर्मचारी गोलमोल जवाब देने लगे। बाद में बताया गया कि उनकी गाड़ी गायब हो गई है। पीड़ित ने विभूतिखंड थाने में वर्कशॉप के मैनेजर सतीश राय व मालिक बीना अग्रवाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। सतीश राय के मुताबिक एक संदिग्ध की तस्वीर फुटेज में कैद हुई है, जिसे पुलिस को उपलब्ध कराया गया है।
शोरूम से भी चोरी हुई गाड़ी
विकासनगर स्थित जेएसवी हुंडई के शोरूम से भी चोरों ने एक गाड़ी पार कर दी। शोरूम के मालिक पंकज वर्मा के मुताबिक 24 सितंबर को चोरों ने नई गाड़ी चोरी कर ली। बुधवार को जब गाड़ी की डिलीवरी देने के लिए उसकी खोज हुई तो चोरी की जानकारी हुई। इस मामले में पीड़ित ने विकासनगर थाने में गुरुवार को फआइआर दर्ज कराई है।
वर्कशॉप जहां से पार हो चुके हैं वाहन
छन्नीलाल चौराहा स्थित वनअप मारुती के सर्विस सेंटर पर एक व्यक्ति गाड़ी सर्विस कराने गए थे। इस दौरान उन्होंने जैसे ही गाड़ी खड़ी की एक युवक वहां पहुंच गया और उनसे खुद को कर्मचारी बताकर गाड़ी की चाभी ले ली। गाड़ी मालिक जैसे ही भीतर गया चोर वाहन लेकर भाग निकला। इसके अलावा फैजाबाद रोड स्थित ड्रीम निसान ऑटो मोबाइल कंपनी के शोरूम व बीआर ऑटो व्हील्स इंडिया, सेमरा, चिनहट और एचएएल स्थित केटीएल, महानगर व ट्रांसपोर्ट नगर के वनअप मारुती, मड़ियांव स्थित हांडा तथा विकासनगर, कुर्सी रोड एवं कानपुर रोड स्थित एसआरएम टाटा के वर्कशॉप से गाड़ियां पार हो चुकी हैं।
ऐसे देते हैं झांसा
गिरोह के सदस्य व्यक्ति से खुद को वहां का कर्मचारी बताते हैं। उनको वेटिंग हॉल में बैठने के लिए कहते हैं और चाभी ले लेते हैं। जैसे ही गाड़ी मालिक चाभी देकर वेटिंग रूम में जाता है, चोर वाहन लेकर भाग निकलते हैं। अगर गाड़ी मालिक अपने दोस्तों के साथ सर्विस सेंटर जाता है तो चोर उस पर नजर रखते हैं। गाड़ी मालिक गार्ड को वाहन की चाभी दे देता है। गिरोह का एक सदस्य गार्ड के पास जाता है और गाड़ी मालिक का दोस्त बताते हुए यह कहकर चाभी मांगता है कि वाहन के भीतर कुछ सामान रखा है, जिसे निकालना है। झांसे में आकर गार्ड चाभी दे देते हैं और चोर वाहन लेकर फरार हो जाते हैं।