Polytechnic entrance exam 2020: बस पास हाेना है जरूरी, दाखिला लेना है मजबूरी
पॉलीटेक्निक में कुल सीटों के मुकाबले कम बैठे अभ्यर्थी। 400 अंकाें की परीक्षा में पास होने के लिए चाहिए मात्र 25 अंक एक अंक पाकर भी पास होंगे अनुसूचित जाति के परीक्षार्थी।
लखनऊ, (जितेंद्र उपाध्याय)। यदि आप पॉलीटेक्निक की प्रवेश परीक्षा दे चुके हैं और प्रवेश को लेकर परेशान हैं तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। बस आपको इस बार पास होना जरूरी है, आपका प्रवेश हो जाएगा। यह जानकर आप हैरान तो नहीं हो गए, लेकिन यह सच है। इस बार प्रवेश क्षमता से कम अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। सरकारी और सहायता प्राप्त संस्थानों में सीटें खाली न रहे, इसके लिए प्रवेश लेना मजबूरी होगी। काउंसिलिंग के साथ ही पाॅलीटेक्निक संस्थानों का आवंटन शुरू हो जाएगा।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से 12 और 15 सितंबर को आयोजित ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा की रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षा के लिए 3,90894 ने पंजीयन कराया था और उनमे से 2, 40144 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी संस्थानों में प्रवेश के लिए कुल सीटें 2,44972 हैं। ऐसे में कुल सीटों में 4828 सीटों पर आवेदन ही नहीं हुए है। 400 अंकाें की परीक्षा में पास होने के लिए मात्र 25 अंक ही चाहिए। अनुसूचित जाति परीक्षार्थी 400 में एक अंक भी लाते हैं तो वे पास माने जाएंगे। 28 सितंबर को परीक्षा परिणाम की घोषणा के साथ ही 30 सितंबर से ऑनलाइन काउंसिलिंग की शुरुआत होगी।
कोरोना संक्रमण के चलते पहली बार अभ्यर्थियों को अपने गृह जिले या मनचाहे जिले में दस्तावेज की जांच कराने का अवसर दिया जाएगा। अपर मुख्य सचिव एस राधा चौहान, विशेष सचिव सुनील कुमार चौधरी और निदेशक प्राविधिक शिक्षा मनोज कुमार की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वहीं कम परीक्षार्थियों के परीक्षा मेें शामिल होने का सबसे ज्यादा असर 1127 निजी संस्थानों पर पड़ेगा। प्रवेश न होने की दशा में उनके पास परीक्षार्थी जाते थे। इस वर्ष ऐसा नही होगा। इसे लेकर संस्थानों की नींद उड़ी हुई है।
'पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष पंजीयन और परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या कम है। सरकारी, सहायता प्राप्त व निजी संस्थानों की कुल सीटो के मुकाबले 4828कम परीक्षार्थियोें ने प्रवेश परीक्षा दी है। न्यूनतम अंक पाने वाले को भी प्रवेश के अधिक अवसर मिलेंगे। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए काउंसिलिंग और दस्तावेजों की जांच के नियमोंं में बदलाव किए गए हैं।' -एसके वैश्य, सचिव, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद
पॉलीटेक्निक पर एक नजर- सरकारी संस्थान-150-सहायता प्राप्त संस्थान-19-निजी संंस्थान-1127-कुल सीटें-2,44972-कुल पंजीकृत अभ्यर्थी-3,90894-परीक्षा में शामिल-240144पिछले वर्ष पंजीयन-436415पिछले वर्ष परीक्षा में शामिल-360787
विगत दो वर्षो में ग्रुप वार पंजीयन और सम्मिलित परीक्षार्थी
- ए ग्रुप पिछले वर्ष-333474-278671 इस वर्ष-278145-183437
- बी ग्रुप पिछले वर्ष-2383-1856 इस वर्ष--2304-891
- सी ग्रुप पिछले वर्ष-8920-6838 इस वर्ष-8472-3586
- डी ग्रुप-पिछले वर्ष-2177-1588 इस वर्ष-2368-855
- ई ग्रुप पिछले वर्ष-57125-46203 इस वर्ष-66306-35880
- एफ ग्रुप पिछले वर्ष-474-341 इस वर्ष-531-203
- जी ग्रुप पिछले वर्ष-2784-2069 इस वर्ष-3474-1304
- एच ग्रुप पिछले वर्ष-1340-908 इस वर्ष-1624-568
- आई ग्रुप पिछले वर्ष-4088-3259 इस वर्ष-3824-1829
- के-एक पिछले वर्ष-6306-5042 इस वर्ष-6033-2848
- के-दो पिछले वर्ष-8487-6778 इस वर्ष-8897-4420
- के-तीन पिछले वर्ष-1467-1181 इस वर्ष-1410-674
- के-चार पिछले वर्ष-5894-4643 इस वर्ष-5363-2578
- के-पांच पिछले वर्ष-1436-1132 इस वर्ष-1798-905
- के-छह पिछले वर्ष-101-74 इस वर्ष-112-67
- के-सात पिछले वर्ष-152-119 इस वर्ष-129-60
- के आठ पिछले वर्ष-108-85 इस वर्ष-104-39