केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने फोन पर पूछा शहर का हाल... योगेश प्रवीन ने इस अंदाज में दिया जवाब
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने योगेश प्रवीन से पूछा शहर का हाल उन्होंने फोन पर ही छंद पढ़कर दिया जवाब।
लखनऊ, जेएनएन। शाम 4:30 बजे। जगह, पंचवटी 89 पांडेयगंज गौसनगर। कलम से कागज पर मन के भाव उकेर रहे शहर के अवधविद् साहित्यकार पद्मश्री डॉ. योगेश प्रवीन का फोन बजा। नंबर अनजाना था। कॉल उठाई, उधर से पूछा गया- योगेश जी से बात हो रही है? हां में उत्तर मिला, फिर उधर से कहा गया- आपसे केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बात करेंगी। अगली आवाज स्मृति ईरानी की थी। उन्होंने सबसे पहले योगेश प्रवीन जी का हाल-चाल जाना। जवाब में सब खैरियत है... सुनने के बाद, फिर शहर में लॉकडाउन की स्थिति के बारे में पूछा।
सवाल था, आपके हिसाब से शहर में लॉकडाउन के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं? योगेश जी ने शहरवासियों के जज्बे को सकारात्मक बताया। कहा, हर कोई इस लड़ाई को अपनी तरह से लड़ रहा है। कोरोना वायरस के खिलाफ सम्मिलित युद्ध लड़े जाने के संबंध में सम्मति और प्रगति पर चर्चा की। सारे प्रश्नों का जवाब योगेश जी ने अपने ही अलग अंदाज में दिया।
आखिर में उन्होंने एक छंद पढ़कर सुनाया-
राज सत्ता और आम जनता साथ-साथ है,
हर अकिंचन का मददगार कोई हाथ है,
लिख रहा है नया इतिहास आज भारतवर्ष,
कोरोना क्या है, हर एक दुश्मन की मात है।।
जवाब में स्मृति ईरानी ने बोला कि आप ये छंद मुझे भेजिए। योगेश जी ने कॉल करने के लिए शुक्रिया कहा और फिर उसी नंबर पर ये छंद लिखकर भेज दिया।