बुलंदशहर हिंसाः इंस्पेक्टर की हत्या में फंसा फौजी, मां बोली- बेटे को खुद मारूंगी गोली
स्याना में तीन दिसंबर को गोकशी को लेकर हुए बवाल के आरोपित फौजी जितेंद्र उर्फ जीतू को सेना ने पुलिस के हवाले नहीं किया।
बुलंदशहर/जम्मू। स्याना में तीन दिसंबर को गोकशी को लेकर हुए बवाल के आरोपित फौजी जितेंद्र उर्फ जीतू को सेना ने पुलिस के हवाले नहीं किया। सैन्य अधिकारी शनिवार सुबह जीतू को खुद लेकर जम्मू कश्मीर से उप्र के लिए रवाना हो गए हैं। जीतू के साथ एक सूबेदार मेजर और सेना के कुछ जवान भी हैं। उधर, फौजी जीतू की मां का कहना है कि अगर उसका बेटा दोषी निकला तो वह खुद उसे गोली मार देंगी।
गौरतलब है कि पुलिस फौजी को स्याना कोतवाल सुबोध कुमार सिंह का हत्यारोपित बता रही है। न्यायालय से मिले गिरफ्तारी वारंट के बाद एसटीएफ व स्थानीय पुलिस जीतू को लेने के लिए जम्मू कश्मीर गई थी, लेकिन सैन्य अधिकारियों ने फौजी को उनके सुपुर्द करने से इन्कार कर दिया था। सैन्य अधिकारी शनिवार सुबह फौजी को खुद लेकर सोपोर से उप्र के लिए रवाना हो गए हैं। बताया गया है कि सैन्य अधिकारी जीतू फौजी को उप्र के किसी भी थाने में सुपुर्द कर सकते हैं।
सोपोर से गिरफ्तारी की खबर थी
बुलंदशहर प्रकरण में कोतवाल की हत्या के आरोपित माने जा रहे फौजी जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू को शुक्रवार रात उत्तरी कश्मीर के सोपोर से गिरफ्तार किए जाने की खबर आई थी। बताया गा था कि सैन्य अधिकारियों ने जीतू को उप्र पुलिस के हवाले कर दिया। उसे रात में ही हवाई जहाज से दिल्ली लाए जाने की सूचना मिल रही थी। हालांकि पुलिस ने ऐसी किसी जानकारी से इन्कार किया था।
दिनभर रही लद्दाख में तैनाती की चर्चा
शुक्रवार को दिनभर यह चर्चा रही कि जीतू जम्मू कश्मीर के कारगिल (लद्दाख) में तैनात है, लेकिन एसपी कारगिल विरेंद्र कुमार ने कहा कि जितेंद्र उर्फ जीतू नाम का कोई जवान वहां नहीं है। जांच करवाई गई तो देर शाम पता चला कि जीतू सोपोर में तैनात है। इस संबंध में जब सोपोर रेंज के डीआइजी अतुल गोयल और एसपी सोपोर जावेद इकबाल से बात की तो उन्होंने जीतू को गिरफ्तार किए जाने की जानकारी से इन्कार किया। वहीं, बताया जा रहा है कि सुरक्षा के मद्देनजर सेना की मौजूदगी में जीतू को जम्मू-कश्मीर से बाहर ले जाया जाएगा। इसके अलावा एक दो जवान बुलंदशहर तक उसके साथ जा सकते हैं।
कौन है जीतू?
बलवे के नामजद आरोपितों में महाव गांव का जीतू उर्फ फौजी पुत्र राजपाल भी शामिल है। वह जम्मू-कश्मीर में सोपोर में सेना की 22 आरआर (राष्ट्रीय रायफल) में सिपाही के पद पर तैनात है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि बवाल की एक वीडियो में जीतू उर्फ फौजी गोली चलाता दिखाई दे रहा है।
मां बोली- मेरा बेटा दोषी है तो फांसी दे दो
कोतवाल की हत्या में फौजी जीतू को आरोपित मान रही पुलिस को उसकी मां व पत्नी के कटघरे में खड़ा कर दिया है। फौजी की मां का कहना है कि बेटे को गांव की राजनीति के तहत फंसाया जा रहा है। अगर वह दोषी है तो उसे फांसी दे दो। मां ने साफ कहा कि अगर मेरा बेटा दोषी होगा तो मैं खुद उनको गोली मार दूंगी। फौजी की पत्नी प्रियंका ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाते हुए कहा है कि बवाल वाले दिन वह पति के साथ बाजार में खरीदारी करने गई थी।
स्याना में हुए बवाल में कोतवाल की हत्या में नामजद महाव गांव निवासी जीतू पांच बहन-भाई हैं। वह चार साल पहले फौज में भर्ती हुआ था। बड़ा भाई धर्मेंद्र भी फौज में है। जीतू की तैनाती वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में आरआर में है। बड़ी बहन की शादी में शामिल होने के लिए जीतू बीस दिन की छुट्टी आया हुआ था। इसी दौरान तीन दिसंबर को चिंगरावठी पुलिस चौकी के पास गोवंशों के मिलने पर बवाल हो गया, जिसमें पुलिस ने जीतू उर्फ फौजी को नामजद किया है।
पुलिस ने घर में घुसकर की तोड़फोड़- फौजी की पत्नी
मां रतनकौर ने बताया कि बवाल वाले दिन बेटे की छुट्टी खत्म हो गई थी और अगले दिन वह अपने तैनाती स्थल चला गया था। आरोप लगाया कि पुलिस ने घर में घुसकर तोड़फोड़ की और बहू प्रियंका के साथ मारपीट भी की थी। पुलिस की दहशत से मंगलवार को बहू अपने मायके गांव अंबरपुर चली गई।
शुक्रवार को अंबरपुर गांव जाकर जागरण टीम ने जब जीतू की पत्नी प्रियंका से बातचीत की तो उसने बताया कि तीन दिसंबर को वह पति के साथ बाजार में खरीदारी करने गई थी। पति को गांव की राजनीति के तहत फंसाया गया है। प्रियंका ने चोट दिखाते हुए कहा कि पुलिस ने घर में घुसकर उससे मारपीट व तोड़फोड़ कर की। प्रियंका ने पति को निर्दोष बताते हुए कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो सैन्य अधिकारियों से लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मानवाधिकार आयोग से शिकायत करेंगे।