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लखनऊ के गोमतीनगर में निर्माणाधीन अवैध इमारत ढही, दो घायल

विराम खंड पांच की घटना, बाल-बाल बचे मजदूर। देर रात तक मलबा हटाने का जारी था काम। एसडीआरएफ लगाई गई। खुद को भाजपा नेता बताने वाले अशोक पांडेय के बेटे के नाम था प्लॉट।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 03:39 PM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 07:46 PM (IST)
लखनऊ के गोमतीनगर में निर्माणाधीन अवैध इमारत ढही, दो घायल
लखनऊ के गोमतीनगर में निर्माणाधीन अवैध इमारत ढही, दो घायल

लखनऊ (जेएनएन)। गोमतीनगर के विराम खंड 5/21 स्थित निर्माणाधीन अवैध इमारत गुरुवार को अचानक ढह गई। इसमें दो लोग घायल हो गए। गनीमत रही कि बिल्डिंग में उस वक्त अन्य लोग मौजूद नहीं थे, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। जब बिल्डिंग ढही, उस वक्त निर्माण कार्य चल रहा था। इस हादसे के कारण पड़ोस में स्थित एक डॉक्टर के मकान में आग लग गई। इससे डॉक्टर की मां और बेटी मकान में फंस गईं, जिन्हें पुलिस ने बाहर निकाला। एलडीए सचिव एमपी सिंह ने बताया कि इस निर्माण के ध्वस्तीकरण का आदेश था। सीओ गोमतीनगर अवनीश्वर चंद श्रीवास्तव के मुताबिक हादसे में कोई हताहत नहीं है।

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मजदूरों ने भागकर बचाई जान
खुद को भाजपा नेता बताने वाले मूलरूप से संतकबीर नगर निवासी अशोक कुमार पांडेय ने अपने बेटे हर्षित के नाम से यह प्लॉट आवंटित कराया था। दो मंजिल की अवैध इमारत में काफी समय से निर्माण कार्य चल रहा था। गुरुवार को भी कुछ मजदूर वहां काम कर रहे थे। दोपहर करीब ढाई बजे अचानक इमारत ढह गई। मजदूरों ने भगाकर जान बचाई। भूतल पर स्थित बैट्री की दुकान के कर्मचारी चिनहट निवासी रिजवान इमारत के बाहर खड़े थे, जो मलबे की चपेट में आ गए। दुकान में मौजूद गरिमा ने भागकर जान बचाई। रिजवान के सिर में चोट आई है। इमारत के बाहर सब्जी का ठेला लगाने वाला बब्लू भी घायल हो गया।

तेज आवाज के साथ गिरी बिल्डिंग
बिल्डिंग गिरने पर तेज आवाज हुई और आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए। स्थानीय लोगों ने मलबे में मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई है। हालांकि, कोई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को मलबा हटाने के लिए लगाया है। देर रात तक पुलिस और एलडीए की टीमें इमारत गिराने की कोशिश में लगी रहीं।

बिल्डिंग गिरने से बगल में बने मकान में लगी आग
स्थानीय लोगों की मदद से बुजुर्ग महिला को निकाल कर अस्पताल भेजा गया। बिल्डिंग गिरने से बगल में बने मकान में आग लग गई। जिसके कारण उस पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपने घर से निकलकर बाहर भागने लगे। यहां पर एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। डॉ की बेटी झरना किसी तरह भागकर नीचे आईं। इसके बाद पुलिस ने शकुंतला (90) को सकुशल बाहर निकाला। मकान में आग लगने से कीमती सामान जल गए। अभी तक बिल्डिंग ने किसी के फंसे होने की पुष्टि नहीं हुई है। एसडीआरएफ की टीम के आने के बाद रेस्क्यू अभियान शुरू होगा। आग लगने की सूचना पर वहां फायर ब्रिगेड की टीम भी पहुंच गई। 

एलडीए सचिव एमपी सिंह ने बताया कि बिल्डिंग का ध्वस्तीकरण आदेश हो चुका है। पिछले दिनों इमारत पुलिस कस्टडी में दी गयी थी। अब इमारत को पूरी तरह से गिराया जाएगा। जिसके लिए जेसीबी और डंपर मगाएँ गए हैं। बिल्डिंग के गिरने के कारण वहां की बिजली आपूर्ति भी घंटों से बाधित है।


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