Hardoi News: मन्नत पूरी होने पर भैंस की पड़िया का मुंडन, ग्रामीणों व रिश्तेदारों को कराया भोज
हरदोई निवासी प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी भैंस का बच्चा जन्म लेने के बाद मर जाता था। इस पर उन्होंने बुजुर्गों की सलाह पर मां दुर्गा मंदिर में मुराद मांगी थी। इस बार उनकी भैंस का बच्चा बच गया तो उन्होंने उसका मुंडन संस्कार कराया।
हरदोई, संवादसूत्र। जिले भैंस के पड़िया का मुंडन संस्कार चर्चा का विषय बना हुआ है। भैंस के मालिक न मनोकामना पूरी होने पर पड़िया का मुंडन संस्कार कराया। यहीं नहीं मुंडन के बाद उसने रिश्तेदारों और गांव वालों को भोज भी कराया। यह अनोखा मामला सुन्ने गांव में सामने आया, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
दुर्गा मंदिर में कराया मुंडन
गांव के प्रमोद श्रीवास्तव ने ढोल नगाड़ों व पूरे संस्कार के साथ मां दुर्गा माता मंदिर में पड़िया का मुंडन संस्कार कराया। इस कार्यक्रम में ग्रामीणों के अलावा बड़ी संख्या में उनके रिश्तेदार शामिल हुए। पड़िया मालिक ने गांव के लोगों व रिश्तेदारों को भोज भी कराया। सुन्नी गांव के प्रमोद श्रीवास्तव ने अपनी पड़िया का मुंडन संस्कार कराने के लिए रिश्तेदारों व ग्रामीणों को निमंत्रण भेजा और ढोल नगाड़े की बुकिंग कराई। नवरात्र के पहले दिन सोमवार की सुबह ग्रामीणों के अलावा रिश्तेदारों का उनके घर पहुंचना शुरू हो गया।
भैंस के बच्चाें के मरने से था परेशान
प्रमोद श्रीवास्तव ने परिवार के सदस्यों के अलावा ग्रामीणों व रिश्तेदारों के साथ मां दुर्गा माता मंदिर पहुंचकर विधि-विधान से पड़िया का मुंडन संस्कार संपन्न कराया। प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी भैंस का बच्चा जन्म लेने के बाद मर जाता था, जिससे वह काफी परेशान थे। उन्होंने बुजुर्गों की सलाह पर मां दुर्गा मंदिर में मुराद मांगी कि यदि उनकी भैंस का बच्चा बच गया तो उसका मुंडन संस्कार आपकी चौखट पर कराएंगे।
मां दुर्गा की कृपा से उनकी मनोकामना पूरी हुई, तो वह अपना वचन निभाने के लिए यहां आए हैं। उन्होंने मां दुर्गा माता मंदिर की चौखट पर प्रथम नवरात्र के दिन ही पड़िया का मुंडन संस्कार कराकर ग्रामीणों व रिश्तेदारों को भोज कराया है। गामीणों ने बताया कि मां दुर्गा माता से जो भी सच्चे मन से मांगता है, उनकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है।