ऑक्सीजन खत्म और उखड़ने लगी सांसें, भाई खुद लेकर आया सिलिंडर Lucknow News
सीटी स्कैन के लिए पांच घंटे कतार में लगा रहा मरीज। तीमारदारों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप।
लखनऊ, जेएनएन। ट्रॉमा सेंटर में लापरवाही का आलम बदस्तूर जारी है। मंगलवार को कर्मचारी की लापरवाही की वजह से गंभीर मरीज की जान पर बन आई। ऑक्सीजन सपोर्ट पर घंटों कतार में लगे मरीज की ऑक्सीजन खत्म हो गई। इससे मरीज की सांसें उखड़ने लगीं। कोई मदद न मिलती देख तीमारदार खुद कैजुअल्टी वार्ड से सिलिंडर लेकर आए। तीमारदारों ने खुद ही मरीज को सिलिंडर लगाया।
ये है पूरा मामला
दरअसल, आजमगढ़ निवासी 15 वर्षीय रोहित सिंह सोमवार को घर की छत से गिर गया था। उसके सिर और सीने में कई गंभीर चोटें आईं। घर वाले जिला अस्पताल ले गए। वहां से उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। मंगलवार की सुबह नौ बजे परिवारीजन रोहित को लेकर ट्रॉमा पहुंचे। भाई रोशन का कहना है कि घंटे भर तक सब परेशान रहे, लेकिन किसी भी डॉक्टर ने मरीज को नहीं देखा। करीब दस बजे डॉक्टरों ने कैजुअल्टी में उसे देखा। रोहित को ऑक्सीजन लगाकर सीटी स्कैन के लिए भेज दिया गया।
मरीज को स्ट्रेचर पर लेकर तीमारदार करीब दो घंटे तक कतार में खड़े रहे। करीब बारह बजे सिलिंडर की ऑक्सीजन खत्म होने लगी। इससे रोहित तड़पने लगा। भाई ने मदद की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। आसपास खड़े लोगों ने कहा कि तुरंत कैजुअल्टी वार्ड में जाकर बताओ। भाई रोशन खुद कैजुअल्टी वार्ड जाकर ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर आया। इसके बाद मरीज की हालत सामान्य हो सकी।
तीमारदार का आरोप, गंभीरता से नहीं देख रहे डॉक्टर
मरीज की हालत काफी गंभीर थी, बावजूद इसके सीटी स्कैन के लिए वह पांच घंटे तक कतार में रहा। रोशन ने बताया कि कैजुअल्टी वार्ड में एक डॉक्टर ने केवल दो मिनट देखकर जांच कराने को कह दिया। रोशन का आरोप है कि इतनी गंभीर स्थिति होने के बावजूद डॉक्टर गंभीरता से नहीं देख रहे हैं। जनरल वार्ड में रखकर उसका इलाज किया जा रहा है।