फर्जी आइडी पर बनाए 20 लाख के ई टिकट जब्त, 1120 टिकट बरामद
आरपीएफ को मिली बड़ी सफलता 1120 टिकट बरामद।
लखनऊ, जेएनएन। रेलवे आरक्षण केंद्रों से भी तेज गति से भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की वेबसाइट पर फर्जी तरीके से बने 20 लाख रुपये के टिकट बरामद हुए हैं। रेलवे सुरक्षा बल की सीआइबी टीम ने खुर्रम नगर की एक दुकान में छापेमारी करके शातिर दलाल को 1120 आरक्षित टिकटों के साथ गिरफ्तार किया। शातिर दलाल फर्जी साफ्टवेयर की मदद से आइआरसीटीसी की वेबसाइट में सेंध लगाकर टिकट बना रहा था।
दैनिक जागरण ने सर्दी का पारा बढ़ा रही गर्मी की वेटिंग शीर्षक से जून महीने की सीटों की सुबह आठ बजते ही टिकट बन जाने की खबर को प्रकाशित किया था। इसके बाद आरपीएफ की सीआइबी टीम ने आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर बन रहे टिकटों की पड़ताल की थी। इस दौरान खुर्रमनगर में अफजाल अहमद की दुकान से कई फर्जी आइडी के जरिए ई टिकट बनाने के खेल का पता चला। अफजाल ने आइआरसीटीसी से ट्रैवल टिकट बनाने की अनुमति ली थी।
सीआइबी की टीम ने जब अफजाल अहमद की दुकान में छापा मारा तो यहां पर आइआरसीटीसी की वेबसाइट से 75 फर्जी आइडी बनाकर ई टिकट बनाने का खेल पकड़ा गया। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अमित मिश्र ने बताया कि अफजाल की दुकान से बरामद टिकटों पर अधिसंख्य पर यात्र हो चुकी हैं। केवल 254 टिकट फरवरी माह के हैं। इसमें 23 टिकटों पर यात्रा होना बाकी है। जबकि 1097 टिकट पर यात्रएं हो चुकी हैं।
वीआइपी तक पहुंच
आरपीएफ की पूछताछ में अफजाल ने बताया कि उसकी पहुंच बहुत से वीआइपी लोगों से है। जिनके परिचितों के लिए भी वह टिकट बना देता है। इतना ही नहीं ट्रेनों के हिसाब से यात्रियों से फीस ली जाती थी। मसलन वीआइपी ट्रेन लखनऊ मेल, एसी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और पुष्पक एक्सप्रेस के टिकट बनाने के लिए अधिक रुपया लेता था।
इन साफ्टवेयर से लगाया सेंध
आइआरसीटीसी की वेबसाइट में सेंध लगाने के लिए अफजाल ने रेड मिर्ची, आइस्मार्ट, बीफोरयू एंड टी सिस्टम ब्लैक, टीएस चाइना, क्लाउड, काउंटर, एचपी स्पार्क, साइकिल ग्लोबल, साइकिल तत्काल, हिट पीएनआर, क्राउन पर 10 से 15 सेकेंड में ही टिकट बनाए। उसने बताया कि पहले से ही अप्लीकेशन में यात्रियों का विवरण भर लिया जाता है। सुबह 10 बजे एसी और 11 बजे स्लीपर की बुकिंग शुरू होते ही टिकट बन जाते हैं।