आबादी में पहुंचे शराब ठेकों से तोडफ़ोड़, आगजनी, प्रदर्शन व हंगामा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हाईवे के 500 मीटर दायरे से शराब की दुकानें हट कर गांव की ओर आ रही हैं जिससे प्रदेश में आधी आबादी का गुस्सा आंदोलन का रूप ले रहा है।
लखनऊ (जेएनएन)। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हाईवे के 500 मीटर दायरे से शराब की दुकानें हट कर गांव की ओर आ रही हैं जिससे प्रदेश में आधी आबादी का गुस्सा आंदोलन का रूप अख्तियार करने के संकेत दे रहा है। गांव से लेकर शहर तक का माहौल बिगड़ता जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में दो रोज में हंगामा, ठेकों में तोडफ़ोड़, आगजनी व बवाल का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा।
मुरादाबाद के गुरैठा गांव में दुकान के बाहर शराब की बोतलें फेंककर आग लगा दी गई। जयंतीपुर, गोविंदनगर सी ब्लाक में हंगामा के अलावा कलक्ट्रेट में भी महिलाओं ने नारेबाजी की। सम्भल के अलिया कल्याणपुर गांव, अमरोहा, गजरौला में प्रदर्शन किया। नवादा में लोगों ने जाम लगाया।
आगरा में धांधूपुरा, ईदगाह बस स्टैंड में महिलाओं ने शराब के ठेके पर तोडफ़ोड़ की। सेवला में प्रदर्शनकारियों ने विधायक डॉ. जीएस धर्मेश के आवास का घेराव किया। शाहगंज के भोगीपुरा, रकाबगंज के नामनेर व एटा, में महिलाओं ने ठेकों पर तोडफ़ोड़ की। यहां पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में ले लिया। जगदीशपुरा और मारहरा में महिलाओं ने प्रदर्शन किया।
बरेली में बीडीए शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में तीन दुकानें खोले जाने पर महिलाओं ने जमकर हंगामा काटा। सिटी मजिस्ट्रेट से तीखी नोकझोंक के बाद तीनों दुकानों पर पुलिस ने ताला डलवा दिया। संजय नगर में भी दुकान बंद करवा दी गई। बदायंू के कबूलपुरा में हंगामा हुआ। मीराजी चौकी में महिलाओं ने जाम लगाया। लोटनपुरा में नई दुकान खोले जाने पर नारेबाजी कर लोगों ने जमकर हंगामा किया।
मेरठ, बुलंदशहर, बिजनौर मुजफ्फरनगर में भी नई जगहों पर ठेके खोलने का महिलाओं ने विरोध किया और हंगामा काटा। बिजनौर के रेहड़, बुलंदशहर के गांव रामपुर, खुर्जा में महिलाओं ने हंगामा काटा। मुजफ्फरनगर के रामलीला टिल्ला पर महिलाओं ने ठेके पर जमकर हंगामा किया। पुलिस ने ठेके पर ताला लगवा दिया।
अंबेडकरनगर मेंं केशवपुर गांव के लोगों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन हुआ। अमेठी मेंं रामपुर कुड़वा में नई खुली शराब दुकान का विरोध किया। सुलतानपुर में हंगामे हो रहे। बाराबंकी मेंं अधिकांश दुकानें या तो घनी बस्ती में खोल दी गई हैं या फिर शिक्षण संस्थानों व धर्म स्थलों के करीब। शहर में विरोध प्रदर्शन किया गया। बलरामपुर में नगर के सिविल लाइन मुहल्ले में स्टेडियम के पास खुल रही शराब दुकान का लोगों ने विरोध किया। कोतवाली देहात के विशुनापुर में ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन दिया। बहराइच में लोग सड़क पर उतर आए। फैजाबाद, रायबरेली में विरोध की घटनाएं प्रकाश में आई हैं।
वाराणसी में बेनीपुर में मार्ग जाम, प्रदर्शन के अलावा मिर्जामुराद में प्रशासन को ज्ञापन दिया गया। पूर्वांचल के आजमगढ़, बलिया और सोनभद्र जिले में लोग सड़क पर उतरे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ स्थानों पर जाम लगाया गया। चंदौली जिले के चकिया स्थित पचौनिया गांव में महिलाओं ने तोडफ़ोड़ की और चक्का जाम किया। बलिया के बेधुआ बांध स्थित कदम चौराहे पर ग्रामीण महिलाओं ने शराब की पेटियों को आग के हवाले कर दिया। कपूरी गांव में सड़क किनारे शराब की दुकान व फैक्ट्री बंद कराई गई।
मध्य यूपी व बुंदेलखंड के सभी जिलों में महिलाओं ने ठेके के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कानपुर के बिठूर सिंहपुर में अंग्रेजी, देशी व माडल शॉप महिलाओं लाठी-डंडा लेकर पहुंच गई। दुकान न बंद करने पर पथराव कर दिया। कर्मचारियों को दुकान छोड़कर भागना पड़ा। गोविंद नगर डीबीएस बस्ती में प्रदर्शन के साथ लोगों ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने तक की धमकी दे डाली। तो नौबस्ता दलनपुर में ठेके के कर्मचारियों को दौड़ा लिया और दुकान में ताला डाल दिया। फर्रुखाबाद में महिलाओं ने प्रदर्शन किया। कानपुर देहात, उन्नाव, फतेहपुर, औरैया, इटावा, कन्नौज, महोबा, चित्रकूट, उरई तथा हरदोई में भी पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़पों की सूचना है। प्रतापगढ़ में कलक्ट्रेट में नारेबाजी की गई।