Blast in Lucknow: आगरा FSL भेजे गए किराना दुकान में विस्फोट के नमूने, जांच में उलझी पुलिस
Blast in Lucknow सिलेंडर व पटाखा भंडारण के चलते विस्फोट में उलझी पुलिस की जांच। आलमनगर में धमका होने से गिर गई थी दो मंजिल मकान की दीवारें व छत। फॉरेंसिक टीम द्वारा लिए लिए गए नमूने आगरा की विधि विज्ञान प्रयोग शाला भेजे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। Blast in Lucknow: राजधानी के आलमनगर में रेलवे ओवर ब्रिज के पास किराना की दुकान में मंगलवार सुबह 10:30 बजे हुए विस्फोट मामले में पुलिस धमका होने की वजह अभी तक खोज नहीं पाई है। पुलिस ने धमाका होने की वजह जानने के लिए मौके पर फॉरेंसिक टीम द्वारा लिए लिए गए नमूने आगरा की विधि विज्ञान प्रयोग शाला (एफएसएल) भेजे हैं।
वहीं, दुकान में लगे डीवीआर से घटना के वक्त की फुटेज के लिए खोलने के लिए साइबर सेल भेजा है। मंगलवार को किराना दुकान में हुए धमाका से दो मंजिल के मकान में स्थित किराना दुकान के साथ घर की दीवारें व छत तक ढह गई। वहीं आसपास के मकान की दीवारों में दरारें पड़ गई। विस्फोट में दुकान पर काम करने वाले युवक की मौत हो गई। वहीं दुकान मालिक चुटहिल हो गया। दुकान मालिक जहां सिलेंडर में विस्फोट से हादसा बता रहा है। वहीं मृतक व आसपास के लोग दुकान में अवैध पटाखा भंडारण होने के चलते विस्फोट होने की बात कह रहे हैं। एडीसीपी साउथ सुरेश चंद्र रावत के मुताबिक दुकान में विस्फोट होने के कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सके। देर रात तक मलबे को हटाया गया। वहां से लोहे के टुकड़ों के साथ कुछ पटाखे भी मिले थे। विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए मौके से कुछ नमूने लेकर आगरा की एफएसएल को भेजे गए हैं। दो से तीन दिन में साफ हो जाएगा धमका कैसे हुआ।
आसपास के पटाखा दुकानदारों से पूछताछ
पुलिस ने घटना के बाद देर रात क्षेत्र में पटाखा का कारोबार करने वालों के यहां जाकर पूछताछ की। साथ ही पटाखा लाइसेंस धारकों से क्षेत्र में ऐसे दुकानदारों का ब्यौरा जुटाया, जो दीपावली में पटाखा
की बिक्री करते हैं।
यह थी घटना
आलमनगर रेलवे ओवर ब्रिज मोहन रोड स्थित विजय गुप्ता की दुकान विजय ट्रेडर्स और बगल में स्थित उनके भाई बबलू गुप्ता की मानवी जनरल स्टोर में मंगलवार धमका हो गया। धमके साथ दुकान की छत व दीवारें ढह गई। जिसके नीचे दबकर बुद्धेश्वर निवासी नौकर सुशील गुप्ता (40) की दर्दनाक मौत हो गई थी। वहीं विजय गुप्ता चुटहिल हो गए थे। विस्फोट होने से मकान गिरने से उसके मलबे के नीचे गई लोगों के दबे होने की सूचना पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई। टीम ने दो जेसीबी की मदद से मलबा हटाने के कार्य शुरू किया। करीब दो घंटे मलबा हटाने के बाद उसमें किसी के दबे न होने की पुष्टि होने पर लौट गई। विस्फोट के सही कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम ने मौके से नमूने एकत्र किए थे। दूसरी तरफ मृतक सुशील की पत्नी अनीता ने जहां दुकान में विजय गुप्ता पर दीपावली में अवैध पटाखा भंडारण करने का आरोप लगाते हुए उन्हें हादसे का जिम्मेदार ठहराया। वहीं बबलू गुप्ता ने सिलेंडर फटने से हादसे की बात कही।