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लखनऊ में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से दहला इलाका, धमके से उड़ गई कमरे की छत, ग्रामीणों ने पाया आग पर काबू

अमेठी कस्बे से मोहम्मदाबाद मार्ग पर अमेठी निवासी आतिशबाज रेहान की खेत में पटाखा फैक्ट्री है। फैक्ट्री मेंं पटाखे बनने के साथ ही बिक्री भी होती है। मंगलवार दोपहर एकाएक ताबड़तोड़ कमरे में धमाके हुए और कमरे के ऊपर रखी टीन शेड की छत उड़ गई।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 21 Sep 2021 05:16 PM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 07:00 AM (IST)
लखनऊ में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से दहला इलाका, धमके से उड़ गई कमरे की छत, ग्रामीणों ने पाया आग पर काबू
अमेठी कस्बे के बाद खेत में बने कमरे में चल रही थी फैक्ट्री।

लखनऊ, संवाद सूत्र। गोसाईगंज के अमेठी कस्बे के बाहर एक खेत में बने एक कमरे में मंगलवार दोपहर एक बार फिर पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हो गया। ताबड़तोड़ हुए धमाकों से पूरा इलाका दहल गया। धमाके इतनी तेज था कि कमरे की छत तक उड़ गई। घटना से पूरे गांव में दहशत फैल गई। ग्रामीणों ने पानी फेंककर आग पर काबू पाया। फैक्ट्री में किसी तरह के अग्नि सुरक्षा के उपकरण नहीं थे।

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अमेठी कस्बे से मोहम्मदाबाद मार्ग पर अमेठी निवासी आतिशबाज रेहान की खेत में पटाखा फैक्ट्री है। फैक्ट्री मेंं पटाखे बनने के साथ ही बिक्री भी होती है। मंगलवार दोपहर मजदूर बाहर खाना बना रहे थे। घटना के समय रेहान भी मौजूद थे। इस बीच एकाएक ताबड़तोड़ कमरे में धमाके हुए और कमरे के ऊपर रखी टीन शेड की छत उड़ गई। कमरे से भीषण धुंआ निकल रहा था। मजदूर और रेहान दौड़े कमरे के बाहर बने हौद से पानी निकाल कर फेंकना शुरू किया। एकाएक कमरे से आग की लपटें निकलने लगीं। सूचना पर नगर पंंचायत से पानी का टैंकर भेजा गया। जिसकी मदद से कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया।

घटना से आस पड़ोस के लोगों की भीड़ जुट गई।पुलिस पहुंची। इंस्पेक्टर गोसाईगंज अमरनाथ वर्मा ने बताया कि रेहान के पास पटाखा बनाने और बिक्री का लाइसेंस है। लाइसेंस वर्ष 2023 तक मान्य है। बरसात में भीगे हुए पटाखे कमरे और बरामदे में सुखाए जा रहे थे। इसी दौरान एकाएक विस्फोट हुआ था। घटना की जांच की जा रही है। विस्फोट के अलावा फैक्ट्री के मानकों की जांच फायर विभाग करेगा।

बिना अग्नि सुरक्षा उपकरणों के एक कमरे में चल रही थी फैक्ट्री : पटाखा फैक्ट्री बहुत का काम बहुत ही संवेदनशील होता है। जरा सी लापरवाही में बड़ा हादसा तो होता है लोगों की जान भी चली जाती है। पर रेहान सालों से एक कमरे में बिना अग्नि सुरक्षा उपकरणोंं के पटाखा फैक्ट्री चला रहा था। पुलिस और फायर विभाग ने बिना अग्नि सुरक्षा के चल रही इस फैक्ट्री पर अबतक कोई कार्यवाही नहीं की।

दशहरा और दीवाली आते ही शुरू हुआ अवैध कारोबार : दशहरा और दीवाली नजदीक आते ही शहर के ग्रामीण इलाकों में पटाखों का अवैध रूप से निर्माण और भंडारण शुरू हो जाता है। कहीं दिखावे के लाइसेंस तो कहीं मानकों के विरुद्ध पटाखों का निर्माण कार्य हो रहा है। पुलिस और दमकल विभाग इस पर लगाम नहीं लगा पा रही है। त्योहारी सीजन आते ही पटाखों का अवैध कारोबार शुरू हो जाता है।


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