भाजपा को संकीर्णता, जातिवाद और सांप्रदायिकता से अपना मन को चंगा करने की ज़रूरतः मायावती
संत रविदास जयंती पर बहुजन समाजपार्टी प्रमुख मायावती ने कहा संत रविदास को स्मरण करने से पहले भाजपा को संकीर्णता, जातिवाद और सांप्रदायिकता से अपना मन चंगा करने की ज़रूरत है।
लखनऊ, जेएनएन। बसपा अध्यक्ष मायावती माघी पूर्णिमा और संत रविदास जयंती पर शुभकामना देेने के साथ भाजपा पर हमला करना नहीं भूली। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जातिवादी और सांप्रदायिकता परक राजनीति करती है। मंगलवार को जारी किए बयान में उन्होंने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा मन पाक साफ कर ले तो देश व प्रदेश की स्थिति बदल जाएंगी। भाजपा द्वारा छोटे मन से काम करने से देश में तमाम विकृतियां बढ़ रही हैं, आम जनता त्रस्त व दुखी है। मायावती ने भाजपा पर इमोशनली ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलवामा की दुखदाई घटना से यह साफ लग रहा है। भाजपा को समझना चाहिये कि इस प्रकार की राजनीति से देश का कोई भला होने वाला नहीं है, इसलिए देश हित में मूल तौर पर रवैया बदलने की जरूरत है।
संत रविदास को स्मरण करने से पूर्व बीजेपी को संकीर्णता, जातिवाद, सांप्रदायिकता आदि से पाक करके अपने मन को चंगा करने की ज़रूरत। इनके द्वारा छोटे मन से काम करने से देश में अनेकों प्रकार की विकृतियाँ काफी ज़्यदा बढ़ी हैं, समाज का तानाबाना बिखरा है व जनता का जीवन त्रस्त व व्यथित है।
— Mayawati (@Mayawati) February 19, 2019
संत स्मरण की रस्म अदायगी ठीक नहीं
मायावती ने संत रविदास के आदर्श मन चंगा तो कटौती में गंगा को जीवन में अंगीकार करने की सलाह देते हुए सत्ताधारी दल के लोगों को समझना चाहिए कि केवल संत का स्मरण करने की रस्म अदायगी न कर अपने मन को संकीर्णता, जातिवाद और सांप्रदायिकता से पाक करके मन को चंगा करें क्योंकि छोटे मन से कोई भी बड़ा नहीं हो सकता।
महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी बढ़ी
भाजपा सरकारों द्वारा अदूरदर्शी व छोटे मन से लगातार काम करते रहने का परिणाम है कि महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी जमकर बढ़ी। भाजपाई प्रत्येक समस्या का राजनीतिकरण करके बयानबाजी करती है। उन्होंने कहा कि संत रविदास वाराणसी में छोटी समझी जाने वाली जाति में जन्म लेने के बावजूद प्रभु-भक्ति से ब्रम्हाकार हुए। प्रबल समाज सुधारक के तौर पर वह आजीवन कड़ा संघर्ष कर ङ्क्षहदू धर्म में व्याप्त कुरीतियों के खि़लाफ संघर्ष करते रहें।