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यूपी में जय प्रकाश निषाद के बहाने भाजपा की अति पिछड़ों पर नजर, राज्यसभा में निर्विरोध निर्वाचन तय

उत्तर प्रदेश के विपक्षी दलों में ब्राह्मण वोटों को लुभाने की खींचतान के बीच भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए जय प्रकाश निषाद को उम्मीदवार घोषित कर चौंका दिया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 09:40 AM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 06:06 PM (IST)
यूपी में जय प्रकाश निषाद के बहाने भाजपा की अति पिछड़ों पर नजर, राज्यसभा में निर्विरोध निर्वाचन तय
यूपी में जय प्रकाश निषाद के बहाने भाजपा की अति पिछड़ों पर नजर, राज्यसभा में निर्विरोध निर्वाचन तय

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के विपक्षी दलों में ब्राह्मण वोटों को लुभाने की खींचतान के बीच भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए जय प्रकाश निषाद को उम्मीदवार घोषित कर चौंका दिया है। वरिष्ठ समाजवादी नेता बेनी प्रसाद वर्मा के निधन से रिक्त हुई सीट पर भाजपा ने अति पिछड़े वर्ग का प्रत्याशी उतारकर एक तीर से कई निशाने साधे है। अति पिछड़ों में पकड़ मजबूत करने के साथ पूर्वांचल में पार्टी को ताकत देने की रणनीति को आगे बढ़ाया है। निषाद समुदाय को प्रतिनिधित्व देने की एक वजह बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को भी माना जा रहा है। जय प्रकाश निषाद 13 अगस्त को नामांकन पत्र जमा करेंगे और उनकी निर्विरोध जीत भी तय है।

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पूर्व विधायक जय प्रकाश निषाद वर्तमान में गोरखपुर क्षेत्र की भाजपा की क्षेत्रीय टीम में उपाध्यक्ष है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी माने जाने निषाद वर्ष 2012 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चौरीचौरा विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2017 में चुनाव हारे निषाद को फरवरी 2018 में योगी आदित्यनाथ ने एक सभा में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई थी और गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार उपेंद्र शुक्ल के प्रचार में लगे थे। निषाद पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य भी है। उनको उम्मीदवार घोषित करके हाईकमान ने योगी की पसंद को तरजीह दी है।

सामाजिक समरसता की मजबूती : भाजपा अन्य अति पिछड़ा वर्ग की जातियों को जोड़ने के लिए लगातार प्रयास करती रही है। पिछड़ा वर्ग आरक्षण में अति पिछडों का कोटा तय करने के लिए सामाजिक न्याय समिति का गठन भी किया गया। हालांकि आरक्षण का यह दांव नहीं चल पाया लेकिन भाजपा नेतृत्व ने अतिपिछड़ों को जोड़ने के प्रयास कम नहीं किए। पूर्व विधायक रणवीर राणा का कहना है कि मोदी व योगी का असर बढ़ने के बाद से अति पिछड़ों व अति दलितों का भाजपा मोह बढ़ा है। यही कारण है कि वर्ष 2014 के बाद प्रदेश में भाजपा का दबदबा कम नहीं हो पा रहा है।

पूर्वांचल से साधेंगे बिहार पर निशाना : बिहार विधानसभा का आगामी चुनाव भाजपा के लिए करो मरो जैसा है। वहां कमजोर व विभाजित विपक्ष चुनाव में भाजपा के लिए मुफीद सिद्ध हो सकता है। निषाद व मल्लाह समाज की समाज की जनसंख्या अच्छी खासी है। पूर्वांचल व बिहार के सीमावर्ती जिलों में रिश्ते नातेदारी भी रहती है। फागू चौहान, कलराज मिश्रा व मनोज सिन्हा के बाद जयप्रकाश निषाद का सियासी कद बढ़ाने को उनकी बिरादरियों की वोटों को लुभाने की कोशिश माना जा रहा है।

नामांकन में शामिल होंगे मुख्यमंत्री : राज्यसभा उप चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 13 अगस्त है। मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने बताया कि भाजपा प्रत्याशी जय प्रकाश निषाद 13 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगे। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ समेत प्रमुख नेता उपस्थित रहेंगे। मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर पहुंचे जय प्रकाश निषाद ने महायोगी गुरु गोरखनाथ का दर्शन किया और  गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर आशीर्वाद प्राप्त किया।


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