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उत्तर प्रदेश में भाजपा दलित-पिछड़े एजेंडे को भी देगी धार

लखनऊ में लगातार तीन दिन तक अति पिछड़ी जातियों को साधने के बाद भाजपा अब मेरठ की इस कार्यसमिति में भी अपने दलित-पिछड़े एजेंडे को धार देगी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 11 Aug 2018 04:16 PM (IST)Updated: Sat, 11 Aug 2018 04:17 PM (IST)
उत्तर प्रदेश में भाजपा दलित-पिछड़े एजेंडे को भी देगी धार
उत्तर प्रदेश में भाजपा दलित-पिछड़े एजेंडे को भी देगी धार

लखनऊ [आनन्द राय]। मेरठ में आज से शुरू भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति के मकसद तो कई हैं लेकिन, मुख्य निशाने पर 2019 में होने वाला लोकसभा चुनाव है। इससे पहले लखनऊ में लगातार तीन दिन तक अति पिछड़ी जातियों को साधने के बाद भाजपा अब मेरठ की इस कार्यसमिति में भी अपने दलित-पिछड़े एजेंडे को धार देगी।

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पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भीम आर्मी के प्रभाव को देखते हुए भाजपा ने दलितों को साधने पर जोर दिया है। कैराना और नूरपुर के उपचुनाव में मिली पराजय और मेरठ नगर निगम के चुनाव में बसपा की जीत ने दलितों को लेकर भाजपा को सजग कर दिया है। भाजपा ने दलितों को तरजीह देने के लिए ही सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ में प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मातादीन बाल्मिकी के नाम पर बने परिसर को कार्यसमिति की बैठक के लिए चुना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गैर जाटव दलितों में बाल्मिकी समाज का प्रभाव है और मातादीन के प्रति इस समाज में गौरव का भाव है।

ध्यान रहे कि राजधानी में सरकार और संगठन के समन्वय से मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को तीन दिनों तक प्रजापति, राजभर और नाई समाज के प्रतिनिधियों का सम्मेलन हुआ। कार्यसमिति में भी पिछड़ों और दलित नेताओं को तरजीह मिलेगी। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने इसकी रूपरेखा तैयार कर ली है। इस कार्यसमिति में ही विकास यात्रा और अन्य कार्यक्रमों पर मुहर लगेगी। दलितों और पिछड़ी जातियों की बड़ी रैली आयोजित करने की भी योजना है। संभव है कि मेरठ या आसपास के जिलों में कार्यसमिति के बाद दलितों की रैली आयोजित की जाए।

करीब सात सौ भाजपा नेता मिलकर तय करेंगे रणनीति

भाजपा सरकार बनने के बाद लखनऊ तथा कानपुर में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई। सूबे में सरकार बनने के बाद मेरठ में तीसरी कार्यसमिति होने जा रही है। लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्रित कार्यसमिति में करीब सात सौ भाजपा नेता मिलकर रणनीति तैयार करेंगे। कार्यसमिति की बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय करेंगे।

इस बैठक में प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, विशेष आमंत्रित सदस्य, स्थाई आमंत्रित सदस्य, पदेन सदस्य, क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय संगठन मंत्री, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, नगर निगमों के महापौर समेत कुल 683 प्रतिनिधि शामिल होंगे। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, संगठन महामंत्री सुनील बंसल, प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक, गोविंद नारायण शुक्ल, अशोक कटारिया, पंकज सिंह, सलिल विश्नोई, विद्यासागर सोनकर समेत कई पदाधिकारी वहां पहुंच चुके हैं। सुनील बंसल तैयारियों को लेकर लगातार बैठक कर रहे हैं।

विधायकों को देंगे 2019 की जिम्मेदारी

समापन के बाद अमित शाह सभी भाजपा सांसदों और विधायकों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में वह विधायकों को 2019 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए जिम्मेदार और जवाबदेह बनाएंगे। साथ ही, वह सांसदों के साथ विधायकों के समन्वय की भी पड़ताल करेंगे। शाह विधायकों को चुनावी मुहिम को तेज करने के लिए भी निर्देश देंगे। 


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