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कैराना व नूरपुर में EVM में गड़बड़ी की शिकायत लेकर विपक्षी पार्टियों के साथ भाजपा भी पहुंची आयोग

दो सौ से अधिक इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी के मामले को लेकर विपक्षी पार्टियों ही नहीं सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी ने भी चुनाव आयोग से शिकायत की है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 28 May 2018 01:02 PM (IST)Updated: Tue, 29 May 2018 08:33 AM (IST)
कैराना व नूरपुर में EVM में गड़बड़ी की शिकायत लेकर विपक्षी पार्टियों के साथ भाजपा भी पहुंची आयोग
कैराना व नूरपुर में EVM में गड़बड़ी की शिकायत लेकर विपक्षी पार्टियों के साथ भाजपा भी पहुंची आयोग

लखनऊ (जेएनएन)।  कैराना संसदीय और नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में सोमवार को हुए मतदान में सुबह बड़े पैमाने पर ईवीएम की गड़बड़ी की शिकायत मिली तो विपक्षी दलों के साथ ही भाजपा भी एक्शन में आ गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहुंचकर भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने तत्काल ईवीएम बदलने तथा बाधित मतदान वाले बूथों पर फिर मतदान की मांग उठाई। शाम को प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) से मिलकर कहा कि कोई भी मतदाता मतदान से वंचित नहीं होना चाहिए।

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने ईवीएम की गड़बड़ी पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मांग रखी कि ज्यादा समय तक गड़बड़ ईवीएम वाले बूथों पर पुनर्मतदान कराया जाए। इसके पहले बड़ी संख्या में ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत पर सुबह ही भाजपा का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर, प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल और प्रदेश मंत्री संजय राय के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने उन बूथों की भी सूची सौंपी जहां ईवीएम खराब हुए थे। वोटिंग का समय बढ़ाये जाने की मांग के साथ कई बूथों पर फिर से मतदान कराने की भी मांग की।

सपा-रालोद ने खटखटाया चुनाव आयोग का दरवाजा
समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में गड़बडिय़ों को सरकार की साजिश बताया है। पार्टी ने निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई और ऐसे बूथों की सूची सौंपकर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की। इससे पहले सपा ने आरोप लगाा कि भाजपा ने दोनों चुनाव क्षेत्रों में खुलकर आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
सपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन अधिकारी वेंकटेश्वर लू को वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी के बाबत शिकायती पत्र सौंपा। उनके साथ गए रालोद प्रवक्ता अनिल दुबे ने अलग से ज्ञापन दिया। दोनों नेताओं ने उन बूथों की सूची भी सौंपी जहां मशीनें गड़बड़ हुई थीं। उन्होंने खराब मशीन वाले क्षेत्रों में पुनर्मतदान की मांग की। इससे पहले प्रवक्ता और राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर कहा कि बड़े पैमाने पर ईवीएम मशीनें खराब की गई हैं।

लेखपाल, सिपाही भाजपा को जिताने के लिए शराब और पैसा बांट रहे थे। उन्होंने कहा कि नूरपुर, कैराना चुनाव पर सत्तारूढ़ दल की नीयत शुरू से ही खराब थी। गोरखपुर-फूलपुर की हार का बदला लेने के लिए सत्तारूढ़ दल हर तरह के हथकंडे अपना रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव राजनीतिक दल का होता है, लेकिन यूपी में सरकार चुनाव लड़ रही है। सपा के गढ़ वाले इलाकों में मशीनें खराब की गई हैं। सरकार चाहती है कि जनता वोट न डाले।

लोकतंत्र की बुनियाद ही हिल जाएगी : अखिलेश
कैराना और नूरपुर में मतदान बाधित होने पर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया-'हजारों ईवीएम में खराबी की शिकायतें आ रही हैं। किसान, मजदूर, महिलाएं व नौजवान धूप में अपनी बारी के इंतजार में भूखे-प्यासे खड़े हैं। ये तकनीकी खराबी है या चुनाव प्रबंधन की विफलता या फिर जनता को मताधिकार से वंचित करने की साजिश। इस तरह से तो लोकतंत्र की बुनियाद ही हिल जायेगी। इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया कि-'शामली, कैराना, गंगोह, नकुड, थानाभवन और नूरपुर के लगभग 175 पोलिंग बूथों से इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन खराब होने की शिकायत तुरंत सुनी जाए।

भाजपा पर ठीकरा फोडऩा विपक्ष का पुराना रवैया : डॉ. महेंद्र नाथ
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कैराना और नूरपुर उप चुनाव में विपक्षी दलों के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कहा, विपक्षी दल जिस तरह ईवीएम की खराबी का ठीकरा भाजपा पर फोड़ रहे हैं, यह उनकी हताशा को दर्शाता है। डॉ. पांडेय ने कहा कि प्रशासनिक मशीनरी जो चुनाव आयोग के अधीन कार्य कर रही है, उस पर सरकार के दबाव जैसा बोगस आरोप लगाना विपक्षी हताशा का परिचायक है।

विपक्षी दलों का ईवीएम पर रोना कोई पहली बार नहीं है, वो जब भी खुद को हारते हुए देखते तो ईवीएम पर सवाल उठाने लगते हैं। पाण्डेय ने कहा कैराना, नूरपुर के उप चुनाव में विपक्षी दल खुद को हारता देख रहे हैं। इसी का नतीजा है कि वह मतदान के दौरान ही ईवीएम और भाजपा को हार का कारण बताकर जनता के बीच गठबंधन के चेहरे को ले जाने से बचना चाहते हैं।


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