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अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना में बड़ा घपला, प्रारंभिक जांच में छह हजार डुप्लीकेट छात्र

अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना में एक बार फिर घपला सामने आया है। इस बार भी दशमोत्तर छात्रवृत्ति व फीस प्रतिपूर्ति योजना में गड़बड़ी सामने आई है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 25 Jul 2018 09:10 PM (IST)Updated: Thu, 26 Jul 2018 07:12 AM (IST)
अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना में बड़ा घपला, प्रारंभिक जांच में छह हजार डुप्लीकेट छात्र
अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना में बड़ा घपला, प्रारंभिक जांच में छह हजार डुप्लीकेट छात्र

लखनऊ (शोभित श्रीवास्तव)। अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना में एक बार फिर घपला सामने आया है। इस बार भी दशमोत्तर छात्रवृत्ति व फीस प्रतिपूर्ति योजना में गड़बड़ी सामने आई है। शुरुआती जांच में करीब छह हजार छात्र डुप्लीकेट मिले हैं। यह वह छात्र हैं जो केंद्र व राज्य दोनों की छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेना चाहते थे। इसमें से करीब 1800 छात्रों को तो छात्रवृत्ति मिल भी गई है। प्रदेश सरकार द्वारा संचालित दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के तहत 50 हजार रुपये तक दिए जाते हैं। जबकि, केंद्र सरकार की दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना में संस्थान के हिसाब से शुल्क प्रतिपूर्ति होती है।

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63 जिलों में 5967 डुप्लीकेट छात्र

छात्रवृत्ति योजना में एक बार फिर गड़बड़ी सामने आई है। इसमें 63 जिलों में 5967 डुप्लीकेट छात्र पाए गए हैं। यह ऐसे छात्र हैं जिन्होंने केंद्र व प्रदेश दोनों ही छात्रवृत्ति योजनाओं में आवेदन किया है। इनमें से 1793 छात्रों को तो दोनों ही जगह से छात्रवृत्ति मिल गई है। यह राजफाश दोनों छात्रवृत्ति योजनाओं के आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं के डेटा मिलान में हुआ है। इसमें दोनों छात्रवृत्ति योजना में शामिल डी-डुप्लीकेट छात्र सामने आ गए। इनके नाम, पिता का नाम, पता व संस्थान का नाम एक ही है।

चार हजार की छात्रवृत्ति रोकी

इस मामले की जानकारी होने पर बचे हुए चार हजार से अधिक छात्रों की छात्रवृत्ति रोक दी गई है। अब सरकार सभी जिलों में इसकी विस्तृत जांच कराने जा रही है। इससे पहले मई में भी केंद्र सरकार की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में गड़बड़ी पकड़ी गई थी। उस समय कई जिलों में फर्जी कॉलेजों ने छात्रवृत्ति योजना में सरकार को चूना लगाया था। इस मामले में सरकार ने कई कॉलेजों पर एफआइआर भी दर्ज कराई थी। अब घपले का यह दूसरा मामला सामने आया है। इसमें अलीगढ़, आजमगढ़ व बरेली में सबसे अधिक डुप्लीकेट छात्र मिले हैं।  

प्रमुख जिले जहां मिले सबसे अधिक डुप्लीकेट छात्र

जिला-डुप्लीकेट छात्र

  • अलीगढ़-1336
  • आजमगढ़-678
  • बरेली-427
  • गोरखपुर-308
  • खीरी-362
  • कासगंज-319
  • कन्नौज-220
  • सिद्धार्थनगर-205
  • लखनऊ-194
  • शाहजहांपुर-176
  • अंबेडकरनगर-193
  • गोंडा-103
  • पीलीभीत-101
  • संतकबीरनगर-96
  • मऊ-91
  • सीतापुर-81
  • हरदोई-81
  • इलाहाबाद-78
  • कुशीनगर-76

मामले की जांच के निर्देश  

संयुक्त निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण आरपी सिंह ने बताया कि केंद्र व प्रदेश की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के डेटा मिलान में काफी छात्र डुप्लीकेट मिले हैं। इस मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जहां छात्रों को दोनों छात्रवृत्ति मिल गई है वहां इसे वापस करवाने के लिए कहा गया है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों की रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आगे कार्रवाई होगी। 


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