इन्वेस्टर समिट के 25 हजार करोड़ के प्रस्तावों का भूमिपूजन इसी माह
कई विभागों की चार लाख सरकारी नौकरियों के मामलों को अभियाचना के लिए भेजा गया है, लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में गहनता से मंथन शुरू भी हो गया है।
वाराणसी (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन्वेस्टर समिट में उत्तर प्रदेश के लिए जो प्रस्ताव आए थे, उन पर तेजी से अमल करना शुरू कर दिया गया है। करीब 25 हजार करोड़ रुपये के प्रस्तावों का भूमि पूजन इसी महीने किया जाएगा। समिट में 4.68 लाख करोड़ के प्रस्ताव आए थे, अब हर माह लक्ष्य निर्धारित कर दिया है कि वर्ष के अंदर अधिकतर प्रस्तावों को प्रदेश के अंदर लागू करें।
वह सोमवार को दीनदयाल हस्तकला संकुल में आयोजित कौशल विकास कार्यक्रम और योजनाओं के शिलान्यास समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। सीएम ने कहा कि कई विभागों की चार लाख सरकारी नौकरियों के मामलों को अभियाचना के लिए भेजा गया है, जो लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, माध्यमिक शिक्षा चयन आयोग व उच्चतर शिक्षा चयन आयोग में गहनता से मंथन शुरू भी हो गया है।
पुलिस भर्ती बोर्ड की 1.62 लाख सब इंसपेक्टर और कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया की कार्रवाई भी शीघ्र आरंभ होने जा रही है। युद्धस्तर पर हमारा प्रयास है कि सभी भर्तियों को दो वर्ष में प्रभावी कर दिया जाए। आगामी तीन वर्ष में 50 लाख युवाओं को नौकरियों और रोजगार के साथ जोडऩे जा रहे हैं। प्रदेश में अब 'वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट योजना का शुभारंभ हुआ। आज काशी में 3473 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास होने जा रहा है, दो नए राजमार्ग काशी को प्राप्त हो रहे हैं। इससे शहर और पूर्वांचल के विकास को गति मिलेगी।
1.40 लाख प्रशिक्षित युवाओं का करा चुके हैं कंपनियों में प्लेसमेंट
सीएम ने कहा कि छह माह पहले प्रधानमंत्री ने टीएफसी का शुभारंभ कराकर पीएम ने हस्तशिल्पियों को बड़ा मंच दिया ताकि गांवों की छुपे हुनर को मंजिल मिले। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री स्किल डेवलपमेंट का कार्यक्रम शुरू हुआ। प्रदेश सरकार ने छह लाख से अधिक नौजवानों का राज्य में पंजीकरण किया है, इसमें ढाई लाख उत्तीर्ण हो चुके हैं। 1.40 लाख युवाओं का प्लेसमेंट कंपनियों में हुआ है।
पहली बार मना उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस
प्रदेश संभावनाओं वाला प्रदेश है, इसलिए पीएम की प्रेरणा से काशी में कार्यक्रम आयोजित किए हैं। 68 वर्ष के बाद ही उत्तर प्रदेश ने पहली बार अपना स्थापना दिवस मनाया, जबकि सारे प्रदेश अपना स्थापना दिवस मनाते हैं लेकिन हमने कभी नहीं मनाया।