भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा, पक्ष में न विपक्ष में...मैं सिर्फ किसानों के साथ हूं
राकेश टिकैत ने कहा कि घटना के बाद वह लखीमपुर खीरी गए थे फिर दोबारा नहीं जा पाए। इसलिए आज वह लखीमपुर के लिए निकल रहे हैं। एक सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा नहीं होना दुखद घटना है।
लखनऊ, जेएनएन। शुक्रवार को लखीमपुर खीरी जाते वक्त भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सीतापुर में नैपालापुर चौराहे पर रुके। इस दौरान उन्होंने मीडिया कर्मियों से भी बात की। बताया, वह लखीमपुर जा रहे हैं। कहा, हाल ही में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में बड़ा मामला हो गया था। उसमें पांच लोगों की भी मौत हो गई थी। वहीं, मृतकों और जो लोग जेल में निरुद्ध हैं उनके परिवारजन से मिलेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वो किसी पार्टी के साथ नहीं है सिर्फ किसानों की हित की लड़ाई लड़ रहे हैं।
टिकैत ने कहा, घटना के बाद वह लखीमपुर खीरी गए थे फिर दोबारा नहीं जा पाए। इसलिए आज वह लखीमपुर के लिए निकल रहे हैं। एक सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा नहीं होना दुखद घटना है। टिकैत ने कहा, वह विपक्ष में हैं और न ही सत्ता में। वह किसानों के साथ हैं, लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या हुई थी इसलिए वह वहां जा रहे हैं।
राकेश टिकैत पहुंचे लखीमपुर, जेल में बंद खीरी हिंसा के आरोपितों से करेंगे मुलाकात : किसान नेता राकेश टिकैत शुक्रवार दोपहर बाद अपने दो दिनी प्रवास पर लखीमपुर पहुंचे। यहां उन्होंने हाथीपुर गुरुद्वारा में सिख संगठन के लोगों से बातचीत की। फिर जिला प्रशासन के साथ बैठक करने कलेक्ट्रेट भी पहुंचे। वहां खीरी हिंसा के दूसरे मामले में जेल में बंद सिख समाज के लोगों की हालत के अलावा गन्ना किसानों के बकाया भुगतान आदि विषयों की जानकारी ली।
टिकैत ने कहा कि वह दो दिन तक लखीमपुर रहने के बाद लौट जाएंगे। टिकैत ने सिख संगठनों से बातचीत के दौरान तय किया कि वह जेल में निरुद्ध समाज के लोगों से मुलाकात भी करेंगे। मीडिया से टिकैत ने कहा कि वह अलग-अलग मुद्दों पर केंद्र व राज्य सरकार से सीधे संपर्क में हैं और वह मांगे जिनको वह पहले से ही उठाते रहे हैं उन पर अभी भी काबिज हैं। कोई फेरबदल नहीं किया गया है।